बॉन्ड क्या होते है (What Is Bonds In Hindi)
बॉन्ड आम तौर पर सरकार, सरकारी कंपनी या प्राइवेट कंपनी जारी करती है। इन्हें जारी करने का मुख्य उद्देश्य क़र्ज़ के माध्यम से पूँजी जुटाना होता है।
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बांड्स कितने प्रकार के होते है (Types of Bonds In India)
Government Bond: जब सरकार को अपनी विभिन्न योजनाओं के लिए पैसे की जरुरत होती है तो सरकार RBI की मदद से बॉन्ड जारी कर पैसे जुटाती है। गवर्नमेंट बांड्स को Long Term Investment के रूप में देखा जाता है क्योंकि यह बहुत ज्यादा सुरक्षित होते है।
Tax Saving Bonds: वे निवेशक जो लम्बे समय के लिए बॉण्ड में निवेश करना चाहते है और साथ में 80C के तहत टैक्स में छुट प्राप्त करना चाहते है उनके लिए Tax Saving Bond सही विकल्प होता है।
Zero Coupon Bond: ऐसे बांड्स को डिस्काउंट पर जारी किये जाते है और बाद में Face Value पर परिपक्व हो जाते है। जैसे: 100 रुपये का बॉन्ड कंपनी 90 रुपये में जारी करती है और बाद में उस बांड को 100 रुपये में खरीद लेती है जिससे निवेशकों को 10 रुपये का लाभ हो जाता है।
Convertible Bonds: इस तरह के Bond को एक निश्चित समय के बाद Equity Share में बदला जा सकता है। इक्विटी शेयर में बदलने के बाद आप दूसरे शेयर धारकों की तरह कंपनी के हिस्सेदार बन जाते है।
Inflation Linked Bonds: ऐसे बांड्स महंगाई दर से जुड़े हुये होते है जब महंगाई बढ़ती या घटती है तब इन बांड्स की इंटरेस्ट रेट भी बढ़ता और घटता रहता है। इन बांड्स में महंगाई दर से ज्यादा रिटर्न मिलते है।
High-Yield Bond: ये उन कंपनियों के बॉन्ड होते है जिनका व्यापार सही से नहीं चल रहा होता है। इन कंपनियों को अपने व्यापार को सुचारु रूप से चलाने के लिए फंड की जरुरत होती है जिसके लिए ये कंपनिया High-Yield Bond जारी करती है। ऐसी कंपनिया बहुत ज्यादा रिटर्न का वादा करके मार्किट से पूंजी जुटाती है। ऐसे बांड्स में निवेश करने से पहले कंपनी की अच्छे से जाँच परख कर लेनी चाहिए।(बॉन्ड क्या है – What Is Bonds In Hindi)
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बांड्स के सम्बन्ध में ध्यान रखने वाली बातें
Maturity Date: ये वह तारीख होती है जिस दिन बॉन्ड (Bond) परिपक्व हो जाता है। Maturity Date बॉन्ड पर लिखी होती है।
Coupon Rate: कूपन रेट किसी बॉन्ड की ब्याज दर को कहते है। जैसे: किसी बॉन्ड की Coupon Rate 9% है तो Bond Holder को 9% की दर से ब्याज दिया जायेगा।
Issue Size: कोई संस्था बॉन्ड की सहायता से मार्किट से कितना पैसा उठाना चाहती है उसे Issue Size कहते है।
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भारत में बॉन्ड कैसे ख़रीदे और बेचे
सभी निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो का एक हिस्सा Bonds Market में जरूर निवेश करना चाहिए।बांड्स में निवेश करने का सबसे आसान तरीका है Debt Mutual Fund में निवेश करना।
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निष्कर्ष – बॉन्ड क्या होते है
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल ( FAQs ) –
Q.1 Bonds क्या होते है?
Ans. बांड एक प्रकार का ऋण होता है जो किसी कंपनी द्वारा नहीं सरकार द्वारा दिया जाता है
Q.2 बॉन्ड कितने प्रकार के होते हैं?
Ans. बांड अनेक प्रकार के होते हैं जैसे – Corporate Bonds,Tax Saving Bonds,Convertible Bonds आदि
Q.3 बांड जारी करना क्या होता है?
Ans. बांड जारी करना एक प्रकार का कर्ज उठाना होता है जो सरकार द्वारा धन को इकट्ठा करने के लिए बांड जारी किए जाते हैं जिसके द्वारा लोगों को एक निश्चित ब्याज उनके धन पर मिलता है
Q.4 सरकार Bond क्यू जारी करती है?
Ans. सरकार द्वारा किसी भी योजना को लागू करने के लिए धन की आवश्यकता होती है और वह धन जुटाने के लिए सरकार बॉन्ड के रूप में जनता से पैसा जुट आती है जिस पर वह ब्याज देती है
Q.5 शेयर और बॉन्ड में क्या अंतर हैं?
Ans. निवेशक द्वारा किसी कंपनी मैं इन्वेस्टमेंट करता है तो उसके एवज में उसे शेयर प्राप्त होते हैं इसके विपरीत जब सरकार द्वारा कर्ज इकट्ठा किया जाता है तो सरकार बॉन्ड के रूप में कर्ज इकट्ठा करती है