बुक वैल्यू क्या है , What Is Book Value In Hindi – दोस्तों अगर आप शेयर मार्केट से रिलेट करते हो तो आपने सुना होगा कि बुक वैल्यू का जो शेयर को खरीदते समय शेयर की बुक वैल्यू देखा जाता है हम इस आर्टिकल में बुक वैल्यू के बारे में पूर्ण रूप से पढ़ने वाले हैं इसमें बुक वैल्यू के बारे में विस्तृत रूप से समझाया गया है
चलिए शुरू करते हैं इस आर्टिकल को आपका स्वागत है sharemarketlive.co वेबसाइट पर
बुक वैल्यू क्या है – What Is Book Value In Hindi
जैसे: वर्तमान में Reliance का एक शेयर 1170 रुपये पर Trade कर रहा है और Reliance की Book Value 639 रुपये है। जिसका अर्थ यह हुआ की अगर आज कंपनी बंद हो जाये तो कंपनी के पास उसके प्रति एक शेयर के बदले 639 रुपये होंगे।
बुक वैल्यू का महत्व – Importance of Book Value
किसी शेयर के बुक वैल्यू को कैसे मापते हैं – How To Calculate Book Value
किसी भी कंपनी के शेयर का Book Value प्राप्त करने के लिए उसकी Share Capital और General Reserve को जोड़ कर उसमें Total Share की संख्या का भाग देकर प्राप्त किया जा सकता है।
मान लीजिये एक कंपनी है जिसके पास 100 रुपये कीमत वाले 1 लाख शेयर है। जिसका अर्थ हुआ की कंपनी की कुल पूंजी (100 * 100000)= 1 करोड़ है। एक साल बाद कंपनी को 10 लाख रुपये का लाभ हुआ और कंपनी के पास पिछले वर्ष का 10 लाख रुपये का रिज़र्व भी था। तो कंपनी का Book Value इस प्रकार कैलकुलेट होगा
Company Share Capital = 1 Crore
Company Profit And Reserve = (1000000+1000000)= 20 Lakh
Total (1 Crore + 20 Lakh) = 12000000 रुपये
Book Value = (12000000 / 100000) 120 रुपये बुक वैल्यू होगी।
यदि किसी कंपनी की बुक वैल्यू ज्यादा होती है तो वह कंपनी आर्थिक रूप से काफी मजबूत मानी जाती है और उसके रिज़र्व और सरप्लस बढ़ते रहते है जिससे कंपनी के Dividend देने और Bonus Share जारी करने के सम्भावना बढ़ जाती है।(Book Value Definition In Hindi)
BVPS (Book Value Per Share) क्या है
किसी शेयर की वर्तमान मार्किट प्राइस और बुक वैल्यू के बीच के आनुपातिक अंतर को BVPS कहते है। शेयर की बुक वैल्यू का वर्तमान मार्किट प्राइस से तुलना कर यह अंदाज़ा लगाया जा सकता है की वह शेयर अपने वास्तविक मूल्य से कितना Discount या Premium में ख़रीदा – बेचा जा रहा है।
जब शेयर की मार्किट प्राइस में बुक वैल्यू का भाग दिया जाता है तो जो राशि निकल कर आती है उसे BVPS (Book Value Per Share) कहते है।
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निष्कर्ष – बुक वैल्यू क्या है
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल ( FAQs ) –
Q.1 बुक वैल्यू कैसे काम करती है?
Ans. बुक वैल्यू का मुख्य काम यह होता है कि अगर कंपनी दिवालिया हो जाए तो शेयरधारकों द्वारा शेयर को बेचने पर उस शेयर की जितनी भी बुक वैल्यू है वह मिल जाती है बुक वैल्यू उस शेयर की मूल कीमत होती है
Q.2 बुक वैल्यू बढ़ने का क्या कारण है?
Ans. अगर इन्वेस्टर द्वारा किसी कंपनी के शेयर की सारी इकाइयों को खरीद लिया जाए तथा उस कंपनी द्वारा अतिरिक्त शेयर को बुक वैल्यू से अधिक प्राइस पर बाटा जाए तो बुक वैल्यू बढ़ जाती है अगर कंपनी अपने ही शेयर खरीदने लगती है तो बुक वैल्यू घट जाती है बुक वैल्यू के बढ़ने का मुख्य कारण है कि शेयरधारकों द्वारा उसे अधिक से अधिक शेयर को खरीदा जाए
Q.3 Price to Book Value क्या होता है?
Ans. Price to Book Value उस कंपनी की रियल वैल्यूएशन होती है जो कंपनी के कुल बजट में से उसके देनदारियों अर्थात Debt को घटाने पर प्राप्त होती है उस कंपनी की शेयर की मूल कीमत होती है
Q.4 निवेश में बुक वैल्यू का क्या मतलब है?
Ans. बुक वैल्यू किसी शेयर का वास्तविक मूल्य होता है। अगर आज किसी कंपनी को बेच दे तो उसकी सभी सम्पतियो को बेचकर और सभी देनदारियों को चुकाने के बाद कंपनी के पास कितना धन शेष रहेगा, यह कंपनी के Book Value से पता चलता है।
Q.5 क्या होगा अगर बुक वैल्यू शेयर प्राइस से ज्यादा है?
Ans. अगर बुक वैल्यू शेयर प्राइस से ज्यादा होता है तो इससे मालूम चलता है कि शेर का मूल्यांकन नहीं किया है शेयर अभी अंडरवैल्यू है इस समय हमें अधिक से अधिक शेयर खरीदना चाहिए ऐसे शेयर के प्राइस बढ़ने के चांस ज्यादा होते हैं
Q.6 क्या शेयर प्राइस बुक वैल्यू से नीचे जा सकता है?
Ans. हां, शेयर प्राइस बुक वैल्यू से नीचे जा सकता है जब ऐसा होता है तो समझ जाना कि कंपनी पर शेयरधारकों का भरोसा कम हो गया है ऐसे में कंपनी की आय कम हो जाती है