शेयर की कीमत कैसे बढ़ती या घटती है ?- शेयर का प्राइस कम या ज्यादा क्यों होता है | How Stock Price Changes in Hindi

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एक शेयर की कीमत कैसे बदलती है , How Stock Price Changes in Hindi – शेयर की कीमत कैसे बढ़ती या घटती है? शेयर प्राइस कम या ज्यादा क्यों होता है, दाम क्यों बदलते हैं | Why Stock price goes up and down | Why stock prices fluctuate | Why Stock Price Change | Why shares rise and fall | Who sets stock prices

जब भी Stock Market Open होता है तो सभी Shares के Price लाल – हरे निशान में बदलने लगते है जब किसी शेयर को कोई खरीदता है तो शेयर की Price हरे निशान के साथ Change होती है और जब कोई  शेयर बेचा जाता है तो लाल निशान के साथ उसकी कीमत बदलती है जिससे यह पता चलता है की अभी-अभी किसी निवेशक ने शेयर बेचे है।

स्टॉक मार्किट में Demand और Supply की वजह से शेयर्स की कीमते घटती और बढ़ती है ये सब तो आपने बहुत बार सुना होगा लेकिन क्या आपको पता है की अपने ट्रेडिंग अकाउंट से जो शेयर खरीदने या बेचने का आर्डर लगाते है वो बैकग्राउंड में किस तरीके से Process होता है 

आज में आपको बताऊंगा की किसी शेयर की कीमत बदलने का प्रोसेस क्या होता है – How Share Price Changes In Hindi इससे पहले की में आपको ये बताऊ How Stock Price Changes in Hindi आप मेरी इन दो Posts को जरूर पढ़िए Share Market क्या है और शेयर मार्किट से पैसे कैसे कमाए। 

एक शेयर की कीमत कैसे बदलती है - How Stock Price Changes in Hindi
एक शेयर की कीमत कैसे बदलती है – How Stock Price Changes in Hindi

Table of Contents

शेयर की कीमत कैसे बढ़ती या घटती है – किसी शेयर की कीमत बदलने का प्रोसेस क्या होता है

जैसे ही कोई निवेशक अपने ट्रेडिंग अकाउंट से शेयर बाजार में कोई आर्डर लगाता है तो वह आर्डर ब्रोकर के प्लेटफॉर्म से होता हुआ Stock Exchange के सिस्टम तक जाता है और स्टॉक एक्सचेंज का सिस्टम उस ट्रेड को यूनिक नंबर देता है और साथ-साथ इसी आर्डर को एक टाइम स्टाम्प भी दिया जाता है जिससे की यह पता चल सके की ट्रेड को किस समय प्लेस किया गया है 

एक बार जब आर्डर को यूनिक नंबर और टाइम स्टाम्प दे दिया जाता है तो फिर उसे आर्डर बुक में लिस्ट कर दिया जाता है जिससे की वह आर्डर सभी को दिखने लगता है वो सारे आर्डर जो आर्डर बुक में लिस्टेड है उन्हें Price priority और Time priority के हिसाब से Execute किया जाता है 

Price Priority का अर्थ है कि कोई दो अलग-अलग आर्डर जो एक ही समय में लगाए गए हो तो जिसकी Price ज्यादा होगी उस आर्डर को पहले Execute किया जायेगा और Time Priority का अर्थ है अगर कोई दो अलग-अलग आर्डर Same Price पर लगाये गए हो तो जो आर्डर पहले लगाया गया हो उसे पहले Execute किया जायेगा। 

किसी भी स्टॉक की प्राइस को उसके Current Price की तुलना में Best Buy और Best Sell की लिस्ट में लगाया जाता है आसान भाषा में जो सबसे ज्यादा दाम देकर किसी शेयर को खरीदने के लिए तैयार बैठा हो उसका आर्डर Best Buy की लिस्ट में सबसे ऊपर होगा और जो सबसे कम दाम में बेचने वाला होगा उसका आर्डर Best Sell की लिस्ट में सबसे ऊपर होगा इस इस तरीके से सारे आर्डर को सबसे सही प्राइस पर खरीदने वाले और सबसे सही प्राइस पर बेचने वालो को मिलाया जाता है। 

कैसे बदलती है Share Price – How is the Stock Price Determined?

यदि किसी कंपनी का व्यापार अच्छा चल रहा है और कंपनी लगातार प्रॉफिट कमा रही है तो कंपनी के शेयर की मांग बढ़ेगी जिससे कंपनी के शेयर की कीमत भी बढ़ेगी और अगर कंपनी को व्यापार में घाटा हो रहा है तो शेयर की मांग भी घटेगी जिससे शेयर की कीमत घटेगी यही शेयर मार्किट का एकमात्र नियम है जिससे लम्बे समय में किसी शेयर की दिशा निर्धारित होती है की वह शेयर घटेगा या बढ़ेगा। 

रोजाना किसी शेयर की प्राइस में जो बदलाव आता है वो रोज़ की Demand And Supply के अनुसार आता है किसी दिन खरीदने वाले ज्यादा हुए तो शेयर की प्राइस बढ़ जाएगी और किसी दिन बेचने वाले ज्यादा हुये तो शेयर की कीमत घट जाएगी। 

बोनस या फिर शेयर buyback के चलते (शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव क्यों होता है)

डिविडेंड की तरह ही जब कंपनी बोनस शेयर या share को split करने का अनाउंसमेंट करती है या फिर शेयर बायबैक (buyback) करना चाहती है तो शेयर के मूल्य में तेजी से उछाल देखी जाती है।

 डिमांड और सप्लाई के कारण (शेयर की कीमतेें कैसे बढ़ती या घटती है)

How does demand and supply affect stock prices आपको पता होगा कि केवल भारतीय शेयर बाजार ही नहीं बल्कि दुनिया का हर एक मार्केट डिमांड और सप्लाई यानी कि मांग और पूर्ति के नियम पर चलता है।

मतलब जब किसी चीज की सप्लाई कम होती है और डिमांड बढ़ जाती है तो उसकी कीमतें भी बढ़ जाती हैं और इसी प्रकार जब सप्लाई बहुत ज्यादा होती है और डिमांड कम होती है तो कीमतें घट जाती हैं।

यह डिमांड और सप्लाई का गेम आप शेयर बाजार में रोजाना देख सकते हैं।

जब ग्लोबल मार्केट में पावर या बिजली की डिमांड बढ़ती है तो पावर सेक्टर की कंपनियों के शेयर ऊपर जाने लगते हैं. इससे होता यह है कि कंपनियों का मुनाफा बड़े बिना ही उनके शेयर प्राइस बढ़ जाते हैं जिससे उनका PE Ratio भी काफी high हो जाता है और जिससे कंपनियां महंगे वैल्यूएशन पर ट्रेड करने लगती हैं।

इसी प्रकार जब दुनिया में कहीं कोई बड़ा क्राइसिस हो जाता है तो उसका असर वैश्विक बाजार के अलावा दुनिया के हर एक मार्केट पर पड़ता है। ऐसा होने से देश की इकोनॉमी कमजोर होती है और NIFTY50 इंडेक्स में लिस्टेड मजबूत कंपनियों के शेयर प्राइस में भी गिरावट होने लगती है।

कहने का मतलब यह है कि जिस सेक्टर के प्रोडक्ट या सर्विस की डिमांड बढ़ती है सेक्टर की कंपनियों के शेयर प्राइस भी बढ़ने लगते हैं और जब डिमांड घटती है तो शेयर प्राइस गिरने लगते हैं।

शेयर मार्केट में तेजी या मंदी के कारण (शेयर के दाम बढ़ते या घटते क्यों है)

इकोनामिक क्राइसिस के चलते कई बार देश को अलग-अलग खतरों से होकर गुजरना पड़ता है जिससे बाजार में मंदी (Bear run) की स्थिति आ जाती है।

महंगाई यानी Inflation इसका एक बहुत बड़ा कारण है क्योंकि जब बाजार में महंगाई हो जाती है तो कंपनियां अपने प्रोडक्ट या सर्विस के दाम बढ़ा देते हैं जिससे लोग उन्हें खरीदना कम कर देते हैं

और जब लोग बाजार से माल खरीदना कम कर देते हैं तो बिजनेसेस को नुकसान होता है और कंपनियां प्रॉफिट नहीं कमा पाती हैं।

और जब कंपनियां प्रॉफिट नहीं कमा पाती है तो लोग अपने खरीदे गए शेयर बेचने लगते हैं जिससे बाजार में मंदी (Bear Market) का असर देखने को मिलता है।

अगर गौर से देखा जाए तो यह पूरी साइकिल महंगाई से डायरेक्टली कनेक्टेड है।

देखिए अगर आप एक जागरूक शेयर बाजार निवेशक है तो आपको देश में चल रहे आर्थिक मुद्दों पर भी नजर रखनी चाहिए जैसे कि देश में हर साल जो बजट का अनाउंसमेंट होता है उसके अगले दिन ही शेयर बाजार में काफी मूवमेंट और हलचल देखी जाती है।

जिससे अगले दिन ही आपको शेयर सूचकांक इंडेक्स जैसे निफ्टी और सेंसेक्स में बुल रन या बियर रन देखने को ले जाती है।

इन्हे भी पढ़े :

             निष्कर्ष – शेयर की कीमत कैसे बढ़ती या घटती है

उम्मीद करता हु आपको मेरी ये पोस्ट एक शेयर की कीमत कैसे बदलती है – How Stock Price Changes in Hindi पसंद आयी होगी अगर आपके मन मे कोई भी सवाल है Stock Price Changes के लेके तो जरूर कमेंट करके पूछे

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल ( FAQs ) – 

Q.1 कैसे पता करें शेयर का प्राइस गिरेगा या बढ़ेगा?

Ans. किसी भी शहर का प्राइस गिरेगा या बढ़ेगा अब इसका पता टेक्निकल एनालिसिस से कर सकते हैं जैसे चार्ट को रीडिंग करके इंडिकेटर , ट्रेडिंग  मूविंग तथा रजिस्टेंस का उपयोग करके हम शेयर का भाव आप कर सकते हैं

Q.2 शेयर की कीमत कैसे तय होती है?

Ans. ज्यादातर शेयर की कीमत उसके डिमांड और सप्लाई देखकर कीमत तय करते हैं इसके अलावा मार्केट ट्रेंड  का भी शेयर पर असर पड़ता है

Q.3 शेयर खरीदने से पहले क्या देखना चाहिए?

Ans. किसी भी शेयर को खरीदने से पहले हमें उस शेयर के बारे में पूरा एनालिसिस करना चाहिए जैसे वह कंपनी का लास्ट परफॉर्मेंस  कैसा था तथा यह कंपनी फ्यूचर के लिए क्या कर रही है

Q.4 शेयर कैसे घटता बढ़ता है?

Ans. ज्यादातर शेयर की कीमत उसके डिमांड और सप्लाई पर निर्भर करता है अगर ज्यादा से ज्यादा लोग शेयर को खरीदेंगे तो मार्केट में उस शेयर की डिमांड बढ़ेगी तथा डिमांड के अनुसार सप्लाई कम पड़ने पर उस शेयर के प्राइस बढ़ेंगे तथा इसके विपरीत सप्लाई बढ़ने पर उस  शेयर के प्राइस  घटेगा

Q.5 शेयर मार्केट को कौन चलाता है?

Ans. वैसे तो शेयर मार्केट को ट्रेडर, ब्रोकर, इन्वेस्टर आदि चलाते हैं लेकिन पूरे शेयर मार्केट को सेबी द्वारा रेगुलेट किया जाता है 


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