KYC क्या है – KYC Full Form in Hindi , KYC क्यों जरुरी है 

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KYC क्या है – KYC Full Form in Hindi – मुझे KYC के बारे में पाता चला 2017 को। हालाकि उससे पहले KYC के बारे में पता था परन्तु उस टाइम मुझे KYC कोरबाने की जरुरत नहीं होती थी, क्युकी मेने अपना बैंक अकाउंट ओपन किया था 2017 को। 2017 से पहले ना मेरे पास बैंक अकाउंट थे ना मेरे पास share market में इन्वेस्ट करने के लिए trading and demat account थे।  

लेकिन KYC के बारे में जानने को उत्साहित तब हुआ था जब मेने PAYTM से मनी ऐड करने जा राहा था अपने डेबिट कार्ड से तब एक मैसेज show हो राहा था पहले आप KYC complete कोरे उसके बाद ही पैसे अपने paytm wallet में ऐड कर पाएंगे। 

तब मेने KYC Full Form in Hindi के बारे में google or youtube पे जाके सर्च किया, बहुत सारे आर्टिकल और वीडियो देख के मुझे KYC के बारे मैं अच्छे से जानने को मिला। 

फिर मेने सचा क्यों ना मेरे ब्लॉग पे एक detail आर्टिकल लिखा जाये KYC के बारे मे जिसमें फुल इनफार्मेशन रहेगी जिसको KYC के बारे मैं ज्ञान प्राप्त होना है। 

तो फिर इस आर्टिकल मे इन पॉइंट को आपके साथ अच्छे से सम्झाने की कोसिस करेंगे ताकि आपको समझने मे कोई भी परिसानी ना हो। आज मे KYC क्या है, KYC क्यों जरुरी है, KYC करवाना जरुरी है क्या, KYC कितने प्रकार की होती है, KYC के लिए जरुरी Documents कोनसी है इन सब पॉइंट को आपके साथ शेयर करने वाला हू। 

KYC क्या है - KYC Full Form in Hindi
KYC क्या है – KYC Full Form in Hindi

KYC क्या है – What is KYC in hindi

पहले जानते है KYC का फुल फॉर्म क्या है, KYC का फुल फॉर्म है “Know Your Customer” जिसको हम हिंदी मे कहते है अपने ग्राहक को जानिए। बैंक या कोई कंपनी आपके पहचान KYC के जरिये करते है। इस प्रक्रिया मे आपसे कुच डॉक्यूमेंट माँगा जाता है इस डॉक्यूमेंट को ही आपका KYC कहलाता है। 

अब जानते है बैंक या कोई कंपनी कब हमसे डॉक्यूमेंट की मांग करती है जब हम नया Bank account खुलबाते है, mutual fund अकाउंट ओपन करते है, Bank lockers ओपन करवाते है तब हमे इन दस्ता बेजो को देना होता है। इसके अलावा जब हम SIM card लेते है और अपनी पहचान के लिए आधार कार्ड verify कोरबाने होते है। इस प्रक्रिया को भी KYC ही कहते है।  

अगर आपकी बैंक अकाउंट निष्क्रिय हो गया तो उसको फिर से चालू करने के लिए आपकी अकाउंट को KYC करना होता है। जिसमे आपसे डॉक्यूमेंट माँगा जाता है। 

KYC क्यों जरुरी है  – Why KYC is important

भारत और RBI मे 2002 मे KYC का अस्तित्तो मे आया। 2004 मे सभी बैंको के लिए December 2005 तक ग्राहक को KYC करना अनिबरजो कोर दिया गया। 

आप तो जानते होंगे बहुत सारे लोग money laundering का काम करते थे। काफी लोग है जो KYC ना होने के कारण कोई कंपनी जैसे e wallet company होती थी उसमे money laundering का काम होता था। ऑनलाइन लोग पैसा MULTIPLE बैंक अकाउंट मे डालके उसको एक जगह से दूसरे जगह पे ट्रांसफर कोर देते थे। 

इसी लिए KYC का नियम बनाया गया। जिसके कारण जो भी अगर ट्रांसफर करता है उसके बाद मे ट्रैक किया जाता है। और जोभी ट्रैक के अंदर आएगा वो सभी गुनाहगार होंगे। ताकि लोगो को पता चले कहा से पैसा आया है और कहा गया। इसी लिए KYC की जरुरत पड़ी। 

KYC करवाना जरुरी है क्या – Is it necessary to get KYC done?

हां दोस्तों KYC कोरवाना इसलिए जरुरी होता है अपने सुना होगा बहुत सारे बैंक मे fraud होते है। कोई किसीका पैसा निकाल रहा है, कोई 3rd पर्सन बेक्ति आके आपके पैसे निकालते है चाहे वो किसी भी तरीके से हो। इस चीज़ के लिए ये निश्चित रहता है आपके जो ADDRESS है वो वही के वही हो, आप जो है वो आप ही है। 

इसी लिए आपके ID को टाइम TO टाइम Reverify किया जाता है। जो भी डॉक्यूमेंट आप वहा पर सबमिट करते हो उसीको दोवारा से आपको लगाया जाता है ताकि वो verify कोर सके। जो पहले बेक्ति जोभी आपके ID प्रूफ दी गयी थी जिसे पता चले आप ORIGINAL है, आप एक genuine पर्सन है। तो मूल रूप से इसलिए KYC की जाती है। 

KYC कितने प्रकार की होती है – What are the types of KYC

KYC दो प्रकार के होते है। लेकिन सबका उद्देश्व एक ही है आपके बारे मे जानकारी लेना।

  •    EKYC (Electronic Know Your Customer)
  •    CKYC (Central Know Your Customer) 

KYC के लिए जरुरी डॉक्यूमेंट – Documents required for KYC

अपने KYC क्या है, KYC क्यों जरुरी है, KYC करवाना जरुरी है क्या, KYC कितने प्रकार की होती है ये तो जानलिया अब आपको KYC सबमिट करने के लिए कोन कोन सि डॉक्यूमेंट चाहिए ये जान लेते है 

  • Aadhaar Letter/Card 
  • PAN Card
  • Passport
  • Voter’s Identity Card
  • Driving License
  • NREGA Card

ऊपर दिए गए डॉक्यूमेंट मे से किसी एक को आप अपनी पहचान के तोर पर सबमिट कोराके अपना KYC कोरा सकते हो। आपके जिस बैंक मे खाता है वहां जाके KYC करने के लिए एक फॉर्म मिलेगा उस फॉर्म को fill up करके आपको अपने aadhar card pan card या address प्रूफ का फोटो लगाके जमा करना होता है। 7 दिन के अंदर KYC approved हो जायेगा।

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                 निष्कर्ष – KYC क्या है – KYC Full Form in Hindi

मुझे आशा है आपको मेरा आर्टिकल KYC क्या है – KYC Full Form in Hindi पसंद आयी होगी। अगर आपके मन मे कोई भी सवाल है KYC Full Form in Hindi के बारे मे तो आप कमेंट बॉक्स मे जरूर पूछे ताकि मुझे मौका मिले आपके सवाल का जबाब देने मे। 

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल ( FAQs ) – 

Q.1 केवाईसी कितना सुरक्षित है?

Ans. केवाईसी करने से हम जिस बैंक में केवाईसी करते हैं उस बैंक में पेमेंट  से जोड़ी हर एक्टिविटी में सुरक्षित हो जाते हैं तथा हम कितनी की भी पेमेंट उस बैंक से कर सकते हैं हमें केवाईसी करवाना चाहिए

Q.2 केवाईसी का पूरा नाम क्या है?

Ans. केवाईसी का पूरा नाम – “Know Your Customer” है जिस का हिंदी अर्थ ग्राहक को जानना है

Q.3 बैंक में केवाईसी फॉर्म क्यों भरा जाता है?

Ans. बैंक में केवाईसी फॉर्म भरने से बैंक अपने कस्टमर को अच्छी तरह से  जानने लगता है  तथा हम बड़ी से बड़ी ट्रांजैक्शन कर सकते हैं

Q.4 केवाईसी कितने प्रकार की होती है?

Ans. केवाईसी दो प्रकार की होती है 
EKYC (Electronic Know Your Customer)
   CKYC (Central Know Your Customer)

Q.5 क्या केवाईसी के लिए पैन कार्ड जरूरी है?

Ans. हां, केवाईसी के लिए पैन कार्ड जरूरी है क्योंकि पैन कार्ड से हम अपनी   ट्रांजैक्शन की लिमिट को बढ़ा सकते हैं अगर आप ट्रांजैक्शन  की लिमिट नहीं बढ़ाना चाहते तो पैन कार्ड की आवश्यकता नहीं होती आधार कार्ड से काम चल जाता है


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