Mutual fund क्या है ? | Mutual fund में निवेश कैसे करें – Mutual fund के फायदे और नुकसान

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Mutual fund क्या है, Mutual fund में इन्वेस्ट कैसे करें , Mutual fund में निवेश कैसे करें,क्या म्युचुअल फंड सही है Mutual fund के फायदे और नुकसान – दोस्तों आजकल आपने Mutual Funds के बारे में बहुत सुना होगा कि इसमें बहुत ही ज्यादा फायदा है, और इसकी भी बहुत कम है  जैसा कि आजकल हमारे घर के टेलीविजन में हर पल  एडवर्टाइज आता है

कि Mutual fund investment  करें वह भी मिनिमम राशि से और पाएं 12%  तो कर देना वह भी 1 साल में 6 महीने में इत्यादि  तो आपके दिल में  प्रश्न उठता होगा

 कि Mutual Fund kya hai क्या Share market  और Mutual Fund एक जैसा ही है क्या और Mutual Funds investment kaise karen  और Mutual Funds ke fayde kya hai तथा disadvantage of mutual funds in Hindi  क्या होंगे

दोस्तों आज का यह लेख उन लोगों के लिए बहुत ही अच्छा है जोकि Mutual fund kya hai in hindi -Mutual fund me invest kaise kare  म्युचुअल fund्स में investment  के बारे में सोच रहे हैं और उनके दिल में Mutual fund को लेकर काफी ज्यादा प्रश्न है कई बार ऐसा होता है

कि हम किसी और व्यक्ति के बातों में आकर  किसी भी investment  के बारे में नहीं सोचते तथा हम इसे एक प्रकार का जुआ ही मानते हैं और सोचते हैं कि यह सिर्फ अमीर वर्ग के लोगों के लिए है और वह Mutual fund में investment  के बारे में सोच रहे हैं तो चलिए जानते हैं market value 

म्यूच्यूअल फण्ड क्या होता है - Mutual Funds For Beginners In Hindi
म्यूच्यूअल फण्ड क्या होता है – Mutual Funds For Beginners In Hindi

 mutual fund kya Hai in Hindi : Mutual fund क्या होते हैं 

Mutual Funds kya hai in hindi –  Mutual Fund  एक तरह का  fund होता है जो कि बहुत सारे लोगों के पैसों से मिलाकर बनाया जाता है सभी लोगों के द्वारा  निवेश किए गए  धन के इस   पारस्परिक संग्रह को Mutual fund नाम दिया गया है इस Mutual fund का उपयोग बड़ी-बड़ी कंपनियों में investment  करने एवं अधिक से अधिक लाभ कमाने के लिए किया जाता है

सामान्य सूत्र में कहा जाए तो  Mutual fund  को भारतीय मध्यम वर्गीय परिवार के लिए बनाया गया है जो कि महीने में सिर्फ 1000 से लेकर ₹3000 तक investment  कर सकते हैं ऐसे ही करोड़ों मध्यम वर्गीय परिवार अपने अपने ₹500 से लेकर ₹3000 तक इस Mutual fund  में investment  करते हैं

और यह Mutual fund कंपनियां उन सभी के पैसों को लेकर बड़ी-बड़ी investment   के लिए मैनेज करती है ताकि अधिक से अधिक लाभ कमाया जा सके और उस मध्यमवर्गीय परिवार को अधिक से अधिक लाभ दिया जा सके यह लाभ 12%  सालाना से लेकर 15%  तक होता है 

Mutual fund kya hai in hindi दोस्तों इतने बड़े इस  mutual funds  को मैनेज करने का काम एक Professional fund manager करता है 

Professional fund manager kya hai in hindi

दोस्तों Professional fund manager  एक ऐसे पेशेवर व्यक्ति होता है जो कि हमारे द्वारा  निवेश किए गए पैसों से बने हुए उस fund को मैनेज करता है  और उसकी एक टीम होती है जो कि  उस fund को बड़े-बड़े  कंपनियों में investment  के लिए  तैयार करती है तथा अधिक से अधिक लाभ कमाने के लिए प्रयासरत होती है ताकि निवेशकों को अच्छा फायदा हो सके

 mutual funds को कंट्रोल कौन करता है : Who control mutual funds ?

 दोस्तों  जैसा कि आपके मन में प्रश्न उठ रहा हुआ कि mutual funds  कंट्रोल कौन करता है तो मैं आपको बताना चाहता हूं कि mutual funds  को कंट्रोल SEBI  अर्थात  (Securities and exchange Board of India) करता है जो कि भारत सरकार द्वारा गठित एक संस्था है और यही  भारतीय Share market  और स्टॉक मार्केट को कंट्रोल भी करता है

 और यह उन Mutual fund कंपनियों को जांच था और पकता है कि कहीं यह ग्राहकों के साथ में या निवेशकों के साथ में कोई धोखाधड़ी है फ्रॉड तो नहीं कर रहे हैं और भारतीय निवेशकों को  नकली कंपनियों तथा  ठगी से  कुछ हद तक बचाती है

mutual funds की शुरुआत भारत में बहुत ही पहले हो चुकी थी अर्थात बहुत ही लंबे समय से भारत में mutual funds  मौजूद था लेकिन आम व्यक्तियों के बीच में इसकी ज्यादा जानकारी नहीं थी उस समय लोग ऐसा सोचते थे कि investment  जैसे कार्य सिर्फ अमीर लोगों के होते हैं और उन्हीं के लिए यह fund सोते हैं

 लेकिन अब कई सारे लोगों ने अपना मत बदला है  भारत के लोगों का दृष्टिकोण इन  विषयों के बारे में बदलने लगे हैं  और लोगों का रुझान investment  के तरफ होने लगा है तथा investment  के लिए Mutual fund और Share market  की तरफ कई सारे लोग आकर्षित हुए हैं

लोगों की सोच को बदलने के लिए सबसे महत्वपूर्ण भूमिका सस्ते इंटरनेट पैक्स और लोगों की उस mutual funds  के प्लेटफार्म तक की आसान पहुंच ने निभाई है मुझ पर fund्स में हर कोई व्यक्ति कम से कम 500  रुपए महीने से शुरुआत कर सकता है

mutual funds का इतिहास : mutual funds history in hindi

भारत में mutual funds  का गठन Reserve Bank of India अर्थात RBI तथा  Indian government भारतीय सरकार के पहल  के कारण Union Trust of India अर्थात UTI के गठन के साथ   किया गया था  भारत में सर्वप्रथम mutual funds  का गठन सन 1963 में किया गया था

भारत में mutual funds  का गठन मुख्य उद्देश्य  आम भारतीय जनता को investment  मार्केट से जोड़ने का था अर्थात इनका मुख्य उद्देश्य वह छोटे छोटे निवेशक थे जो कि हर महीने निवेश करना चाहते हैं और अपने पैसे को बढ़ाना चाहते हो किसी प्रकार का घाटा ना खाना चाहते हो

भारत में UTI अर्थात Union Trust of India का गठन भारतीय संसद में एक विधेयक को पारित करके सन 1963 में किया गया था Union Trust of India की स्थापना Reserve Bank of India अर्थात RBI के द्वारा की गई थी

सन 1978 में कुछ कारणवश के UTI को Reserve Bank of India अर्थात RBI से अलग कर दिया गया इसके स्थान पर इसको भारतीय औद्योगिक विकास बैंक(IDBI)

को सौंप दिया गया अब इसको IDBI  मैनेज करती थी

 

Mutual Funds full Detail in Hindi :- Mutual fund की जानकारी

दोस्तों में Mutual Funds के विकास  को हम कई चरणों में बांट सकते हैं समय-समय पर इसमें के बदलाव आते रहे हैं और समय आने पर इसने कई सारे बदलावों को अपनाया है

  1. Mutual Funds  का प्रथम चरण Mutual Funds के गठन के साथ  सन 1964 से प्रारंभ हुआ तथा 1987 तक रहा  इतने समय के  अंदर UTI  ने एक आम निवेशक या छोटे निवेशकों से 6700 cr  रुपए एकत्र कर लिए थे
  1. Mutual Funds का दूसरा चरण सन 1987 से प्रारंभ होकर  1993 तक चलता है  इस समय के भीतर पब्लिक सेक्टर fund की शुरुआत हुई थी और कई सारे बैंकों को म्युचुअल fund बनाने का मौका मिला और उन्होंने बनाए भी
  1. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने एक NONUTI नामक एक Mutual fund से बनाया दूसरे चरण के लगभग लगभग खत्म  होते होते  इस fund की  वैल्यू 6700 cr  से बढ़कर 47004 CR हो चुकी थी इस समय आम निवेशकों में बहुत ही ज्यादा उत्साह देखने को मिला था
  1. तीसरा चरण सन 1993 से शुरू होता है और 2003 तक चलता है इस समय प्राइवेट सेक्टर fund को मंजूरी मिल चुकी थी और इसी समय में  आम निवेशकों को ज्यादा से ज्यादा निवेश के अवसर मिले तथा अधिक लाभ कमाया
  1. Mutual Funds का चौथा चरण  2003 से प्रारंभ होकर अभी तक चल रहा है सन 2003 में UTI  को दो भागों में बांट दिया गया था
  1. SUUTI  तथा UTI जो कि SEBI  के बनाए गए नियमों के अनुसार ही कार्य करते थे
  1. 2009 में आए वैश्विक आर्थिक महामंदी ने सभी मार्केट को नीचे ला दिया इससे भारतीय निवेशक भी अछूते नहीं रहे उनको भी बहुत ही ज्यादा घाटा हुआ और लोगों का भरोसा मैचुअल fund से कुछ कम होने लगा

लेकिन धीरे-धीरे समय अनुसार बाजार  दोबारा उसी स्थिति में आ गया तथा तथा 2016 में UTI  का  Assets management fund 15.6 trillion हो चुका था

इस समय Mutual Funds  के अंदर लगभग लगभग 5 से 6 करोड लोग investment  करते हैं जो कि इस समय तक का सर्वाधिक है और आगामी समय में आम निवेशक बढ़ते ही जाएंगे   लोगों के लिए Mutual Funds  एक सुरक्षित निवेश का केंद्र बन चुका है

 

Mutual Funds के प्रकार हिंदी में : Type of mutual funds in Hindi

दोस्तों वैसे तो Mutual Funds   के कई प्रकार होते हैं लेकिन हम इन्हें मुख्य रूप से दो भागों में बांटते हैं

  •  संरचना के आधार पर Mutual Funds
  • Asset के आधार पर Mutual Funds

 

संरचना के आधार पर Mutual Funds के प्रकार निम्नलिखित है

Open ended mutual funds Kya hai in Hindi 

इस प्रकार के Open ended Mutual Funds   के अंदर निवेशकों को  कोई भी fund बेचने व खरीदने के लिए कोई भी समय सीमा निश्चित नहीं है निवेशक कभी भी अपने fund बेच सकता है तथा खरीद भी  सकता है

इस प्रकार के fund को निवेशकों द्वारा बहुत ही ज्यादा पसंद किया जाता है क्योंकि इसमें कोई समय सीमा नहीं रहती है

Closed ended mutual funds Kya hai in Hindi 

इस प्रकार के Closed ended Mutual Funds   के अंदर निवेशकों को एक निश्चित समय सीमा दिया जाता है कि आप उसी बीच में fund्स को खरीद सकते हो और भेज सकते हो Closed ended Mutual Funds  में एक परिपक्वता अवधि होती है  इस प्रकार के fund Share market  में देखने को मिलते हैं और इन पर ट्रेडिंग की जाती है

 

  • Interval mutual funds

         इस प्रकार के Interval mutual funds  का निर्माण Open ended Mutual Funds और Closed ended Mutual Funds  से मिला कर किया जाता है अर्थात  इस प्रकार के म्यूचुअल fund में हमें  उपरोक्त दोनों ही प्रकार की   म्युचुअल fund्स की सुविधा प्रदान होती है

 हम इसमें  कभी भी fund  की खरीदारी कर सकते हैं एवं बेच सकते हैं एक समय बाद  हम इसमें ट्रेडिंग भी कर सकते हैं

 दोस्तों अभी तक आपने जाना है कि  संरचना के आधार पर Mutual fund के कितने प्रकार है उनकी क्या गुण हैं अब हम जाने वाले हैं कि Asset के आधार पर  mutual funds  के प्रकार कितने हैं चलिए जानते हैं

Asset आधार पर Mutual Funds के प्रकार निम्नलिखित है

  • Debt mutual funds Kya hai in Hindi 

इस प्रकार के Debt  fund्स के अंदर निवेशकों का जोखिम बहुत ही कम होता है तथा इस प्रकार के fund सरकारी बॉन्ड्स में investment  करते हैं जैसे एसबीआई बॉन्ड,और अन्य सरकारी बॉन्ड्स में investment  किया जाता है और इसमें निश्चित Return मिलता है

 

  • Liquid fund mutual funds Kya hai in Hindi 

        इस प्रकार के  Liquid fund  निवेशकों के लिए एक सुरक्षित विकल्प होता है इस प्रकार Liquid fund  कम समय वाले  loan  के अंदर investment  करते हैं जिसके कारण कम समय में अच्छा Return दे देते हैं यदि आप भी कम समय के लिए investment   करना चाहते हैं तो यह एक अच्छा विकल्प है

  • Equity mutual funds Kya hai in Hindi 

         दोस्तों यदि आप लंबे समय तक लाभ पाना चाहते हो तो  ऐसे में Equity funds   आपके लिए बहुत अच्छे रहेंगे क्योंकि यह Share market  के fund होते  हैं इनमें जोखिम भरा होता है इसमें उतना ही लाभ होता है तो उतना ही घटा भी हो सकता है इसमें investment  करने से पहले आपको एक अच्छे ब्रोकर की मदद लेनी चाहिए

  • Money market funds

                दोस्तों इस प्रकार के म्युचुअल fund को  Money market funds  अंदर investment  किया जाता है और यह Forex trading के अंदर Trade करते हैं इसमें जोखिम न के बराबर होता है क्योंकि इसमें बहुत ही कम उतार चढ़ाव होते हैं

  • Balance mutual funds Kya hai in Hindi 

 

    इस तरह के funds  के अंदर इक्विटी और Debt funds  का मिलाजुला रूप में आपको फायदा मिलता है  इसमें एक तरफ आपको बहुत ही ज्यादा Return मिलता है तो दूसरी तरफ आपकी आय स्थिर हो जाती है

इस fund  के अलावा और भी Funds  होते हैं जो निवेशकों को बहुत ही ज्यादा लोग आते हैं और निवेशक उन में अपना निवेश करना चाहते हैं

mutual funds कैसे खरीदें : Mutual fund me invest kaise karen :-  How to investment in Mutual Funds in hindi

 

Mutual fund me invest kaise kare :- दोस्तों आज के समय पर हमारी पहुंच बहुत ही बड़े बड़े बाजारों तक हो चुकी है ऐसे में  mutual funds को प्रोवाइड करने के लिए कई सारे प्लेटफार्म है और कई सारे ब्रोकर भी उपलब्ध है

 भारत में मुख्य Groww, up stocks ,ICICI Securities , जैसी डिजिटल प्लेटफॉर्म है आप वहां से आराम से अपना investment  mutual funds   के अंदर कर सकते हो इनके लिए आपके पास में एक एंड्रॉयड फोन होना बहुत ही आवश्यक है जो कि 4G को सपोर्ट करता हो

प्ले स्टोर से आप इन एप्स को कभी भी डाउनलोड कर सकते हो और  अपने मोबाइल नंबर के द्वारा रजिस्टर करके और अपना अकाउंट बना करके आप इनका यूज कभी भी कर सकते हो Mutual fund me invest kaise kare

दोस्तों कोई भी चीज हो तो उसके अपने अलग फायदे होते हैं तथा अपने अलग घाटे होते हैं अर्थात नुकसान होता है तो चलिए जानते हैं कि mutual funds  फायदे क्या क्या है और mutual funds  के  ,disadvantage क्या क्या है जानते हैं हिंदी में

इन्हें भी पढ़ें

 

mutual funds के फायदे क्या क्या है : Benefits of mutual funds in Hindi In detail 

दोस्तों mutual funds के फायदे  कई सारे हैं लेकिन हम मुख्य मुख्य फायदे के बारे में बात करेंगे चली जानते हैं

सरलता (Easy to use)

 दोस्तों जब हम Share market  में investment  करते हैं तो हमारे लिए यह काफी जटिल हो जाता है उसके बारे में रिपोर्ट निकालना और अपने लेवल पर एनालिसिस करके investment  के लिए तैयार होना लेकिन mutual funds में आपको ज्यादा कुछ करना नहीं होता है आप को mutual funds  कि सारी जानकारी मिल जाती है और रिपोर्ट भी टाइम टाइम मिलती रहती है

आप आसानी से mutual funds में  investment  कर सकते हो और आराम से अपना पैसा इसमें से निकाल भी सकते हो इसका उपयोग करना बहुत ही आसान है

 

टैक्स में कमी (Low tax)

दोस्तों अक्सर Share market  में हम पैसा लगाते हैं तो हमारे इनकम में से टैक्स करता है लेकिन mutual funds में  ऐसा नहीं है mutual funds में  हमारी इनकम जो होती है उसके अंदर से टैक्स बहुत ही कम करता है इसी वजह से यह लोगों में बहुत ही ज्यादा लोकप्रिय होता जा रहा है

दोस्तों यदि  यह कंपनी आपका डाटा इकट्ठा कर ले तो उसके जिम्मेदार आप होगे इसमें सरकार की कोई जवाबदारी नहीं होगी

 

सुरक्षित निवेश (Safe  investment )

 दोस्तों mutual funds में  हमारे इन्वेस्ट किए हुए रुपए बहुत ही ज्यादा सुरक्षित होते हैं क्योंकि अक्सर mutual funds में  ऐसे ही बोंस में इन्वेस्ट करते हैं जहां पर जोखिम ना के बराबर हो या बहुत ही कम हो और हमें निश्चित तौर पर Return देकर ही जाते हैं यह अक्सर Forex trading  और सरकारी बॉन्ड्स  में पैसा लगाते हैं 

दोस्तों mutual funds  के ऊपर SEBI  का पूरा कंट्रोल होता है जो कि हमारे देश के Share market  को भी संभालते हैं ऐसे में हमारे investment  सुरक्षित रहती है 

कम खर्चा (Affordable )

 दोस्तों आप यदि बड़ी-बड़ी कंपनियों के शेयर लेना चाहते हो तो लेकिन आपके पास में पेमेंट ना होने कारण आपसे नहीं ले पाते लेकिन mutual funds में  ऐसी प्रॉब्लम नहीं होती है क्योंकि हमें एक निश्चित Return चाहिए होता है इसलिए हम किसी भी mutual funds में  इन्वेस्ट कर सकते हैं

 Share market  में अक्सर इन्वेस्ट करने के लिए ब्रोकर दो से तीन पर्सेंट का सलाना charg लेता है लेकिन mutual funds में  हमें अच्छी छूट मिल जाती है हमें एक लेवल तक कोई भी charg नहीं देना पड़ता है उससे हमारा खर्चा बहुत ही कम होता है 

  • निवेश में विविधता (Diversification)

 दोस्तों हमें mutual funds में  सबसे ज्यादा यही फायदा होता है कि हमारे पास investment  करने के लिए बहुत कुछ होता है या बहुत सारे क्षेत्रों में हम investment  कर सकते हैं जहां पर जोखिम नाम मात्र का होता है या जोखिम न के बराबर होता है

दोस्तों कहते हैं investment  एक अंडे की तरह होता है सारे ही अंडों को एक टोकरी में नहीं रख सकते क्योंकि एक टोकरी गिर भी जाए एक अंडा फूट जाएगा

यदि हम एक ही टोकरी में सारे अंडे रख देंगे अगर टोकरी गिर गई तो सारे अंडे फूट जाएंगे हमारे पास कोई ऑप्शन नहीं रह जाएगा

तो दोस्तों आप समझ गए होंगे कि निवेश में विविधता क्या होती है 

  • प्रोफेशनल के द्वारा देखरेख(Professional management)

दोस्तों जब भी आप Share market  में पैसा लगाते हो तो आपको बहुत ही ज्यादा उसके बारे में रिसर्च करना पड़ता है तथा अपने लेवल पर एनालिसिस करके अपनी रिपोर्ट निकालकर उसमें अपना investment  करना पड़ता है या किसी भी अच्छे ब्रोकर से चला ले सकते हो कि किस में इन्वेस्ट करें लेकिन

mutual funds में ऐसा नहीं होता है हमारे  लगाए हुए पैसे एक बहुत ही प्रोफेशनल इकोनामिक एडवाइजर  के संरक्षण में होते हैं और वह बहुत ही सोच समझ के हमारे पैसों को लगाते हैं तथा हमें Return लाकर देते हैं

Mutual fund  में इन्वेस्ट करने के नुकसान :Disadvantage of mutual funds in Hindi | Mutual fund ke nuksan

 

ज्यादा Return नहीं

Mutual fund ke nuksan-  दोस्तों  Mutual Fund  में  हमें ज्यादा Return नहीं मिलता है जितना कि हमें  Share market  और Forex market में मिलता है  क्यों  Mutual fund से इन्हें अलग-अलग जगह पर इन्वेस्ट करता है और तो उनमें इतना जोखिम नहीं होता है इसलिए इतना ज्यादा Return भी नहीं मिलता है

और हमें ज्यादा Return कमाने के लिए बहुत ही लंबा समय तक इंतजार करना पड़ता है हालांकि यह सेफ है इसमें घाटे की संभावना बहुत ही कम है

 

खर्चा ज्यादा

Mutual fund ke nuksan- दोस्तों हमें Mutual Fund को मैनेज करने  का charg बहुत  ज्यादा होता है  और ऊपर से Return बहुत ही कम मिलता है ऐसे में यदि आप  Mutual Fund   के अंदर investment  करते हो तो और Return के समय पर आपसे सारा charg काट लिया जाए तो आपके पास में इनकम बहुत ही कम होती है

ऐसे में जब  भी आप Mutual Fund   में investment  करने के बारे में सोच रहे हो तो ऐसे Mutual Fund   के अंदर investment  करें जिसमें charg बहुत ही कम हो और Return भी कुछ अच्छा दे रहा हो

तो दोस्तों इस प्रकार हम  कह सकते हैं कि Mutual Fund   के अंदर आपके लिए जोखिम बहुत कम है लेकिन Return भी बहुत कम है ऐसे में आप जान सकते हो कि हर चीज का अपना एक अलग फायदा होता है अपना एक अलग उकसान होता है अब वह चुनना चुनना आपकी मर्जी होती है

CONCLUSION

दोस्तों ऊपर के लेख से अभी तक आपने जाना है कि Mutual Funds kya hai In Hindi, Mutual Funds details  in Hindi  ,Mutual Funds ke fayde kya hai , Mutual Funds investment kaise karen,  kya Mutual Funds sahi hai,  Mutual Funds ki history kya hai

 आशा करता हूं कि आपको Mutual Funds  के बारे में जानकारी मिल गई होगी  और आप को Mutual Funds  के बारे में समझने में  मदद मिली होगी

 दोस्तों यदि आपको यह लेख अच्छा लगा है तो आप इसे अपने दोस्तों ग्रुप हो और अपने नजदीकी रिश्तेदारों में अवश्य शेयर करें ताकि उनको भी इस महत्वपूर्ण जानकारी  प्राप्त हो और इसका लाभ उठा सकें 


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