म्यूच्यूअल फंड में निवेश के नुकसान – Disadvantages of Investing in Mutual Funds

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म्यूच्यूअल फंड में निवेश के नुकसान , Disadvantages of Investing in Mutual Funds – म्यूच्यूअल फंड के क्या क्या नुकसान हो सकते हैं? आपने म्यूच्यूअल फंड के नाम के बारे में सुना ही होगा। आपको इसके फायदों के बारे में पता ही होगा कि यह कैसे पैसे दोगुना करता है। लेकिन इनके कुछ नुकसान भी है। जिनकी चर्चा हम करने वाले हैं।

आज हम इस के बारे में जानेंगे? यदि आप इस विषय मे पूर्ण जानकारी चाहते हैं तो आप बिल्कुल सही वेबसाइट पर आए हैं। 

आज हम इस के बारे मे पूरे विस्तार से चर्चा करने वाले है। यहाँ इस वेबसाइट पर आपको यथासंभव जानकारी मिल जाएगी। और हमें पूर्ण उम्मीद है कि इस लेख को पढ़ने के बाद आपके मन की सारी जिज्ञासाएँ शांत होने वाली है।

म्यूच्यूअल फंड में निवेश के नुकसान - Disadvantages of Investing in Mutual Funds

Table of Contents

म्यूचुअल फंड में जानकर करें निवेश :-  Investing in Mutual Funds

अब हम आपको म्यूचुअल फंड के नुकसान के बारे में पूरी जानकारी देंगे जिससे आप सभी चीजों को अच्छी तरह समझ परख कर ही म्युचुअल फंड में इन्वेस्ट करें तथा जिससे आपको किसी भी जोखिम का सामना ना करना पड़ सके । 

आज के इस आर्टिकल में जानेंगे कि म्यूच्यूअल फंड के कोई नुकसान है भी या नहीं?हमने  म्यूचुअल फंड के सभी फायदों के बारे में अच्छे तरीके से तो जान लिया है कि कैसे आप mutual fund के माध्यम से अपने पैसे को दोगुना कर सकते है  तथा बहुत अच्छे पैसे कमा सकते हैं।

म्यूच्यूअल फंड में निवेश के नुकसान :- Disadvantages of Investing in Mutual Funds

जिस प्रकार म्यूचुअल फंड में निवेश के लाभ है की इसके माध्यम से हमारे पैसे दुगने होते हैं उसी प्रकार इसके कई नुकसान भी हदों के निम्नलिखित हैं :-

 1.रिटर्न की गारंटी नहीं:-

बाजार में स्थिति ऑप्शन होते हैं कि फंड रिटर्न हो सकता है लेकिन वास्तविकता में ऐसा नहीं होता है। क्योंकि म्यूच्यूअल फंड का फायदा सीधे तरीके से स्टॉक मार्केट के उतार-चढ़ाव से जुड़ा हुआ होता है। तथा स्टॉक मार्केट में हमेशा रिस्क ही बना रहता है। जिसके कारण  म्यूचुअल फंड के फायदे में भी उतार-चढ़ाव बना रहता है।

हम बहुत ही कम टाइम  में म्यूचुअल फंड से बहुत अधिक मुनाफा प्राप्त कर लेंगे तो ये हमारी गलतफहमी होती है। क्योंकि बहुत कम  समय के अंतर्गत म्यूचुअल फंड के अंतर्गत हमें बहुत अधिक मुनाफा नहीं हो सकता।

 2.म्यूच्यूअल फंड की लागत:-

म्यूच्यूअल फंड को संभालने हेतु आपके द्वारा जो निवेश किया गया  फंड है उसमे से कुछ पैसा expense ratio के रूप में फंड हाउस को दे दिया जाता है। यदि हम कम अवधि हेतु निवेश करते हैं तो ये जो खर्च है वो हमारा कम लगेगा लेकिन वही जब हम लंबे समय हेतु निवेश करते हैं तो ये बहुत ज्यादा हो जाता है।

 3.एग्जिट लोड (Exit Load) लेना:-

यदि हम म्यूचुअल फंड के निवेश को 1 वर्ष के अंतर्गत ही निकाल कर ले आते हैं तो हमें उस पर 1% Exit Load देना पड़ेगा। ये NAV का बहुत ही छोटा सा हिस्सा होता है। Exit Load को लगाने का एक ही मकसद है कि निवेशक बाहर न जा पाए क्योकिं कई लोग जो होते है वो स्कीम्स मे ही एंट्री तथा एग्जिट करते रहते है। यह उन लोगो के लिए बेकार होता है जो कि म्यूच्यूअल फंड में से अपना पैसा जल्दी से निकालना चाहते है।

 4.लॉक इन अवधि:-

लॉक इन अवधि का मतलब यह होता है कि हमें हमारा निवेश किया गया पैसा एक निश्चित समय हेतु जमा करना होगा तथा उस दौरान हम उस जमा पैसे को निकाल नहीं सकते है। लेकिन अगर हम उस पैसे को निकालते हैं तो हमें अपने निवेश पर नुकसान उठाना पड़ सकता है।

 5.म्यूच्यूअल फंड रिटर्न पर टैक्स:-

म्यूच्यूअल फंड स्कीम पर भी हमकों टैक्स देना पड़ता है जिससे कि हमारे मुनाफे का कुछ प्रतिशत कम हो ही जाता है। यदि हम 12 महीने से कम समय के लिए इक्विटी में निवेश करते है तो हमें short term capital gain के रूप में 15% टैक्स देना होगा।

 6.नियंत्रण की कमी:-

जैसा की हम सभी जानते है कि म्यूचुअल फंड में हम जो पैसा निवेश करते  है उस पर हमारा कोई नियंत्रण नहीं रह पाता है, क्योंकि उसे फंड मैनेजर के द्वारा नियंत्रित किया जाता है। यह मेनेजर अपनी इच्छानुसार हमारे निवेश को स्टॉक मार्केट या अन्य बाजार में लगाता रहता है।

 7.डायरेक्ट निवेश से हानि:-

निवेश करने से पहले आवश्यक जानकारियों के बारे में जान लेना चाहिए क्योंकि अगर हमे इन बातों की जानकारी नहीं होगी तो डायरेक्ट निवेश करने में हमारे द्वारा गलतियों की संभावना रहती है। अधिक रिटर्न पाने के लिए डायरेक्ट निवेश बेहतर विकल्प होता है लेकिन बिना समझ के ये करना बेवकूफी भरा कदम हो सकता है।

 8.स्कीम चुनने में गलती:-

हमारे द्वारा म्यूचुअल फंड में एक सही स्कीम  का चयन करना आसान बात नहीं होती है। अधिकतर निवेशक भविष्य के प्रदर्शन को ध्यान में न रखकर पूर्व प्रदर्शन को देखकर ही स्कीम का चुनाव कर लेते हैं।

इस तरह से वह संभावित रिटर्न पाने से वंचित रह जाते हैं जिसे हम किसी दूसरे स्कीम में निवेश करके प्राप्त कर सकते थे इसलिए इस बात का अच्छे तरीके से ख्याल रखना चाहिये कि हम बेहतरीन रिटर्न वाले म्यूच्यूअल फण्ड मे निवेश करे जिससे कि हमे उसका फायदा मिल सके।

9.विविधीकरण:-

म्यूचुअल फंड में विविधीकरण से फायदा भी हो सकता है परंतु कई बार इससे हमें नुकसान भी हो सकता है।

जब किसी स्टॉक का दाम दोगुनी रकम हो जाता है इसके पश्चात् भी  म्यूच्यूअल फंड में निवेश की कीमत दोगुनी नहीं हो पाती  है, क्योंकि हमारा निवेश फंड मैनेजर के द्वारा अलग-अलग शेयर में किया जाता रहता है।

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निष्कर्ष :- म्यूच्यूअल फंड में निवेश के नुकसान 

आज के इस आर्टिकल में हमने जाना कि जिस प्रकार म्युचुअल फंड के फायदे होते हैं उसी प्रकार उसके अपने अपने अन्य प्रकार के नुकसान भी होते हैं इसलिए म्यूचुअल फंड में निवेश करने से पहले सभी आवश्यक शर्तों के बारे में जान लेना चाहिए।

मुझे पूर्ण उम्मीद है कि इन सभी पॉइंट्स को पढ़ने के बाद आपके मन की सारी आशंका दूर हो गयी होगी। यदि आपको इसके बारे मे और भी अधिक जानकारी चाहिए तो आप हमें कॉमेंट के माध्यम से बता सकते हैं।

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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल ( FAQs )

 

1. म्यूचुअल फंड में नुकसान कब होता है? 

Ans. जब हम बिना ध्यान दिए उस में निवेश करते हैं तथा आवश्यक शर्तों के बारे में नहीं पड़ते हैं।

2. क्या म्यूचुअल फंड के अपने फायदे हैं? 

Ans. म्यूच्यूअल फंड के अपने फायदे भी हैं और नुकसान भी है।

3. क्या म्यूच्यूअल फंड मैं पैसे लगाने से पैसे डूब जाते हैं? 

Ans. जी नहीं, पैसे डूबते नहीं है। लेकिन हा आपके युनिट के दाम में उतार चढाव के कारण आपके निवेश की रकम का मुल्य कम भी हो सकता है।

4. म्यूच्यूअल फंड से पैसे कब निकाल सकते हैं? 

Ans. जब हमें लगे कि यह अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रही है तो हम म्यूच्यूअल फंड से पैसे निकाल सकते हैं।

5. बाजार में कितने प्रकार के म्यूच्यूअल फंड होते हैं? 

Ans. 4 प्रकार के।


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