PBT(profit before tax) क्या है? – PBT Meaning in hindi

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PBT(profit before tax) क्या है? – PBT Meaning in hindi : आज हम इस के बारे में जानेंगे? यह कैसे हमारी मदद करता है? इत्यादि के बारे मे आज हम जानेंगे। 

आज हम इसके बारे में सभी चीजों के बारे में डिस्कस करने वाले हैं । आपको इस विषय मे कुछ जानकारी तो होगी और यदि आप इस विषय मे पूर्ण जानकारी चाहते हैं तो आप बिल्कुल सही वेबसाइट पर आए हैं। 

आज हम इस के बारे मे पूरे विस्तार से चर्चा करने वाले है। यहाँ इस वेबसाइट पर आपको यथासंभव जानकारी मिल जाएगी। और हमें पूर्ण उम्मीद है कि इस लेख को पढ़ने के बाद आपके मन की सारी जिज्ञासाएँ शांत होने वाली है।

PBT(profit before tax) क्या है? - PBT Meaning in hindi

 

PBT(profit before tax) (कर से पहले लाभ) पीबीटी क्या है? 

पीबीटी का मतलब है कि किसी भी प्रकार का कर चुकाने से पहले के मुनाफे को देखना। इसका मतलब यह भी है कि किसी भी प्रकार का कोई भी कर भुगतान करने से पहले का कंपनी का सारा मुनाफा की पीबीटी है। अर्थात किसी भी प्रकार का कर चुकाने से पहले कंपनी का सारा मुनाफा ही पीबीटी है। 

यह कंपनी को कॉरपोरेट आय कर का भुगतान करने से पहले कंपनी के मुनाफे को देखने वाला एक प्रकार का उपाय हैं। PBT विवरण पर परिचालक लाभ माइनस इंटरेस्ट के रूप में पाया जा सकता है।

PBT अर्थात कर से पहले का लाभ वह मूल्य होता है जिसका प्रयोग किसी कंपनी के टैक्स दायित्व की गणना करने हेतु किया जाता है।

 

PBT(कर से पहले लाभ )को समझना:-

 

कर पूर्व अर्थात पीबीटी माप कर से पहले कंपनी के सभी मुनाफे को दर्शाता है।आय स्टेटमेंट के एक कथन के माध्यम से हमें पता चलता है कि परिचालन लाभ कैलकुलेशन के लिए किसी भी कंपनी को अनेक प्रकार के करों को चुकाना पड़ता है।

जो बस्ती में शक्ल आप में बेची जाती है वह वस्तुओं की लागत सीओजीएस को घटा देती है।सीओजीएस तथा सभी ऑपरेटिंग व्यय दोनों में ऑपरेटिंग प्रॉफिट कारक है।

परिचालन लाभ को Earning before interest and tax (EBIT) ब्याज तथा कर से पहले की कमाई भी कहा जाता है।EBIT के पश्चात सही रेट पर पहुंचने से पूर्व ब्याज तथा कर केवल कटौती के लिए होते हैं।

 

PBT(कर से पहले लाभ) की गणना:-

आय विवरण को समझने से एक विश्लेषक को पीबीटी, इसकी गणना तथा इसके उपयोगों की अच्छी समझ रखने में सहायता मिल सकी है। आय विवरण का तीसरा जो खंड है वह ब्याज तथा कर के उपर केंद्रित होती है। यह कटौती दूसरे खंड के योग से ली जाती है, जिसके फलस्वरूप ओपरेटिंग प्रॉफिट ( ईबीआईटी ) होता है। ब्याज एक प्रकार से एक महत्वपूर्ण मीट्रिक है जिसके अंतर्गत निवेश से कंपनी के हित के साथ-साथ उत्तोलन के लिए भुगतान किए जाने वाले ब्याज दोनों ही शामिल हैं।

 

टैक्स कट्स एंड जॉब्स एक्ट (टीसीजेए) के कार्यान्वयन के पश्चात  सभी सी-निगमों की संघीय कर दर 21% है।अन्य सभी कंपनियां पास-थ्रू हैं, जिसका अर्थ यह है कि उन पर व्यक्तिगत करदाता की दर से कर लगता है। 

कोई भी  संस्था हो उसको  भी राज्य करों का भुगतान करना होता है। राज्य कर की जो दरें  होती है वह राज्य और इकाई तरह के अनुसार व्यापक रूप से अलग-अलग हो सकती हैं।

 

प्रॉफिट बिफोर टैक्स की गणना हेतु मूल बातें साधारण रूप की होती है। आय स्टेटमेंट के द्वारा परिचालन लाभ लें तथा किसी भी ब्याज भुगतान को कम करें। फिर प्राप्त किए गए ब्याज को ऐड करें। प्रॉफिट बिफोर टैक्स सामान्य रूप से शुद्ध लाभ की गणना के अंतर्गत प्रथम कदम है परंतु इनमें करों का कम होना शामिल नहीं होता है । इनके विपरीत गणना करने हेतु हम करों को शुद्ध आय में वापिस जोड़ लेते हैं।

जैसा कि ऊपर  बताया गया है कि विभिन्न प्रकार की कंपनियों के संघीय तथा राज्य स्तर पर भिन्न भिन्न प्रकार के कर दायित्व होया करेंगे । बकाया करों की वास्तविक राशि की गणना पीबीटी के द्वारा होगी।

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PBT की उपयोगिता:-

प्रॉफिट बिफोर टैक्स सामान्य रूप से आय विवरण पर एक मुख्य प्रदर्शन संकेतक नहीं होता है। ये आमतौर पर सकल लाभ, ऑपरेटिंग प्रॉफिट तथा शुद्ध लाभ पर केंद्रित होते हैं। माना कि ब्याज की तरह ही कंपनी के कर भुगतान का अलगाव लागत दक्षता प्रबंधन हेतु एक दिलचस्प और महत्वपूर्ण मीट्रिक होता है।

 

पूर्व-कर लाभ के द्वारा यह भी निर्धारित किया जाता है कि कंपनी के द्वारा भुगतान किए जाने वाला जो कर है उसकी राशि क्या होगी? किसी भी प्रकार के क्रेडिट को पूर्व-कर लाभ से कम न करके किसी भी प्रकार की बाध्यता से संपन्न कर लिया जाएगा।

 

इनके अतिरिक्त कर को छोड़कर प्रबंधकों तथा हितधारकों को मार्जिन का विश्लेषण करने हेतु एक अन्य तरीका प्रदान किया जाता है। एक प्रॉफिट बिफोर टैक्स मार्जिन शुद्ध आय मार्जिन से ज्यादा होगा क्योंकि कर शामिल नहीं होता है। प्रॉफिट बिफोर टैक्स मार्जिन अर्थात शुद्ध मार्जिन में अंतर भुगतान किए गए करों की राशि होगी उन पर निर्भर करता है।

 

इसके अलावा, आयकर को अलग ना कर कर एक चर को अलग करता है जिसका अनेक निम्न कारणों से पूरा पूरा प्रभाव हो जाता है। उदाहरण हेतु, सी-कॉर्प्स 21% की संघीय कर दर का भुगतान किया जाता हैं। इसके अलावा विभिन्न उद्योगों जो होते हैं उनको कुछ टैक्स ब्रेक मिल जाते हैं, जो कि ज्यादातर क्रेडिट के रूप में पाए जाते हैं , जो की समग्र रूप से टैक्स के प्रभाव को प्रभावित कर देते हैं।

उदाहरण के तौर पर अक्षय ऊर्जा। पवन, सौर तथा अन्य नवीकरणीय ऊर्जा को निवेश करके क्रेडिट तथा उत्पादन करके क्रेडिट के अधीन हो जाते हैं।

अतः नवीकरणीय ऊर्जा शामिल किए जाने पर कंपनी के प्रॉफिट बिफोर टैक्स की तुलना लाभप्रदता का ज्यादा सही मूल्यांकन देने में सहायता करती है।

 

निष्कर्ष:-

 

प्रॉफिट बिफोर टैक्स शुद्ध लाभ की गणना के अंतर्गत आख़िरी चरणों का एक हिस्सा होता है ।आज हमने बात की कि प्रॉफिट बिफोर (टैक्स कर से पूर्व लाभ) क्या है? यह क्यो महत्वपूर्ण है? आज हमने PBT की उपयोगिता के बारे मे जाना तथा साथ ही कर से पहले लाभ की गणना  के बारे में भी जाना। 

मुझे पूर्ण उम्मीद है कि इन सभी पॉइंट्स को पढ़ने के बाद आपके मन की सारी आशंका दूर हो गयी होगी। यदि आपको इसके बारे मे और भी अधिक जानकारी चाहिए तो आप हमें कॉमेंट के माध्यम से बता सकते हैं। और हम भी इसकी जानकारी आपको उपलब्ध करवाएंगे। 

इस अर्टिकल मे किसी भी प्रकार की त्रुटि के लिए मैं आपसे माफी चाहता हूँ।तथा शेयर बाजार से जुड़ी जानकारी प्राप्त करने के लिए हमें फॉलो करना ना भूले।

 

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल ( FAQs )

 

1. हम प्रॉफिट बिफोर टैक्स की गणना कैसे कर सकते हैं? 

Ans. कंपनी द्वारा अर्जित आय के बारे में सभी वित्तीय आंकड़े एकत्र करें।

2. क्या EBIT तथा PBT समान है? 

Ans. नही EBIT और PBT समान नही है।

3. क्या PBT gross profit के समान ही होता है? 

Ans. नही PBT gross profit के समान नही होता है ।

4. Profit before tax formula क्या है? 

Ans.  पीबीटी = राजस्व – (बेचे गए माल की लागत – मूल्यह्रास व्यय – परिचालन व्यय -ब्याज व्यय)

5. Profit before tax calculator क्या है? 

Ans. 1. जानकारी इकट्ठा करके
परिचालन आय निर्धारित करके
कर की दर को परिवर्तित करके
दो मदों को एक साथ गुणा करें, और परिणाम कर के बाद शुद्ध लाभ है।


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