Sector fund क्या होता है? इसे कितने भागों में वर्गीकृत किया जा सकता है? हमें इसमें निवेश क्यों करना चाहिए? तथा इसमें निवेश करते समय कौन-कौन सी बातें ध्यान रखने योग्य होती है? इत्यादि बातों की जानकारी आज हम इस आर्टिकल में करने वाले हैं।
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सेक्टर फंड या सेक्टर म्यूच्यूअल फंड क्या होता है? –Sector mutual funds kya hai
Mutual funds में निवेश करते समय, अधिकांश निवेश करने वाले निवेशक स्वयं के निवेश पोर्टफोलियो के अंदर विविधता करने हेतु विभिन्न प्रकार के तरीकों को खोजते रहते हैं। विविधीकरण का एक प्रकार का तरीका विभिन्न प्रकार की परिसंपत्ति वर्गों जैसे की इक्विटी, ऋण, अचल संपत्ति तथा, सोना आदि में निवेश करना होता है।
निवेश में विविधता प्राप्त करने का एक अन्य लोकप्रिय तरीका भी होता है जिसका अर्थ अर्थव्यवस्था के अलग-अलग क्षेत्रों में निवेश करना होता है। कई mutual funds होते हैं जो की लोगों को अर्थव्यवस्था के एक प्रकार के विशिष्ट क्षेत्र (क्षेत्रों) में निवेश करने की अनुमति प्रदान करते हैं।
Sector mutual funds एक प्रकार की इक्विटी योजनाएं हैं जो की अर्थव्यवस्था के एक प्रकार के विशिष्ट क्षेत्र में ही निवेश करती हैं। यह सेक्टर यूटिलिटीज, एनर्जी, तथा इंफ्रास्ट्रक्चर इत्यादि प्रकार के हो सकते हैं। Sector funds को एक प्रकार का सेक्टोरल फंड्स भी कहा गया है , जो की भिन्न-भिन्न मार्केट कैपिटलाइजेशन तथा सिक्योरिटी क्लासेज वाली कंपनियों के शेयरों में निवेश कर सकते हैं।
ये फंड्स लोगों को निर्दिष्ट क्षेत्र के अंतर्गत सभी से बढ़िया प्रदर्शन करने वाले शेयरों में निवेश करने की अनुमति प्रदान करते हैं।
सेक्टर म्यूचुअल फंड के प्रकार :- Type of Sector mutual Fund
मुख्य रूप से, सेक्टर म्यूच्यूअल फंड निम्न प्रकार का हो सकता है:-
रियल एस्टेट फंड :-
वह फंड जो कि छोटे निवेश योग्य कोष वाले निवेशकों को रियल एस्टेट बाजार में हिस्सा लेने की अनुमति प्रदान करते हैं।
यूटिलिटी फंड :-
वह फंड जो कि यूटिलिटी के क्षेत्र से अच्छा प्रदर्शन करने वाली कंपनियों के अंतर्गत निवेश करते हैं तथा सामान्य तौर पर स्थिर लाभांश देने की तरफ केंद्रित होते रहते हैं।
प्राकृतिक संसाधन कोष :-
वह फंड जो कि तेल तथा प्राकृतिक गैस, ऊर्जा, वानिकी एवं लकड़ी से संबंधित उद्योगों की कंपनियों के अंतर्गत निवेश करने पर केंद्रित होते हैं।
प्रौद्योगिकी कोष :-
वह कोष जो कि निवेशकों को प्रौद्योगिकी क्षेत्र के अंतर्गत निवेश लेने की अनुमति प्रदान करते हैं।
हेल्थकेयर फंड :-
वह फंड जो कि कंपनियों तथा फ़ायदेमंद चिकित्सा संस्थान जैसे कि फ़ार्मास्यूटिकल कंपनी तथा पैथ लैब चेन इत्यादि को कवर कर लेते हैं।
कीमती धातु फंड :-
वह फंड जो कि निवेश करने वालों को सोना, प्लेटिनम, चांदी, तांबा एवं पैलेडियम के जैसी अलग-अलग प्रकार की कीमती धातुओं के संपर्क की पेशकश करते हैं।
वितीय कोष :-
वह कोष जो कि मुख्य प्रकार से वित्तीय उद्योग की कंपनियों जैसे की बैंकिंग, बीमा एवं लेखा फर्मों इत्यादि के अंतर्गत निवेश करते रहते हैं।
संचार कोष :-
वह कोष जो कि दूरसंचार क्षेत्र के अंतर्गत निवेश पर ध्यान केंद्रित किया जाता हैं तथा ज्यादातर इसके अंतर्गत इंटरनेट से संबंधित कंपनियां भी शामिल होती हैं।कुछ sector fund अर्थव्यवस्था के एक प्रकार के विशिष्ट उप-क्षेत्र जैसे की बैंकिंग एवं ऊर्जा इत्यादि पर भी ध्यान केंद्रित किया जाता हैं।
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हमें सेक्टर फंड में निवेश क्यों करना चाहिए ?
अगर हम पोर्टफोलियो के अंतर्गत किसी भी विशिष्ट क्षेत्र (क्षेत्रों) में एक्सपोजर की कमी होती है, तो सेक्टर फंड उक्त क्षेत्र में भिन्न-भिन्न तरीकों द्वारा निवेश करने का एक बहुत ही बढ़िया चॉइस प्रदान करते हैं। उक्त क्षेत्रों की कंपनियों के शेयरों में सीधे निवेश करने की बजाय, हमें सेक्टर फंड मैं निवेश करने वाले को पूरे क्षेत्र में निवेश हासिल करने की आज्ञा प्रदान करता है जिससे विकास का अनुभव होने की उम्मीद है।
इसके साथ ही, कभी-कभी sector fund निवेशकों को उनके पोर्टफोलियो को हेज करने में सहायता कर सकते हैं। उदाहरण हेतु अगर ऊर्जा के मूल्य मे अचानक से वृद्धि हो जाती हैं, तो अन्य सभी उद्योग प्रभावित हो सकते हैं, परंतु ऊर्जा के क्षेत्र में वृद्धि का अनुभव होगा इस खातिर निवेशक अपने पोर्टफोलियो को हेज करने हेतु ऊर्जा की कंपनियों पर केंद्रित sector fund में निवेश कर सकते हैं।
सेक्टर फंड में निवेश करने से पहले कौन-कौन सी बातें ध्यान में रखना आवश्यक है?
निम्न तीन कारकों को ध्यान में रखकर हम सेक्टर म्यूचुअल फंड के अंतर्गत निवेश कर सकते हैं।
- पहले अच्छी तरह से सेक्टर के बारे में जाने।
- फिर भविष्य के अवसरों का आकलन करें।
- अपना एक्स्पोज़र सीमित ककरें।
निष्कर्ष :- Sector mutual funds kya hai
आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हमने जाना कि सेक्टर फंड म्यूच्यूअल फंड का ही एक भाग होता है। इसके अलावा आज हमने सेक्टर फंड तथा इसके प्रकारों के बारे में भी जाना।
सेक्टर म्यूचुअल फंड के अंतर्गत निवेश करने से पहले कुछ बातों के बारे में भी हमने चर्चा की।मुझे पूर्ण उम्मीद है कि इन सभी पॉइंट्स को पढ़ने के बाद आपके मन की सारी आशंका दूर हो गयी होगी।
यदि आपको इसके बारे मे और भी अधिक जानकारी चाहिए तो आप हमें कॉमेंट के माध्यम से बता सकते हैं। और हम भी इसकी जानकारी आपको उपलब्ध करवाएंगे। तथा शेयर बाजार से जुड़ी जानकारी प्राप्त करने के लिए हमें फॉलो करना ना भूले।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल ( FAQs )
1. सेक्टर फंड का मतलब क्या होता है?
Ans. यह एक प्रकार की म्यूचुअल फंड स्कीम होती है, जो की सारा का सारा कॉरपस अथवा उसका एक बड़ा हिस्सा किसी भी एक सेक्टर में लगाती है।
2. क्या हमें सेक्टर फंड में निवेश करना चाहिए?
Ans. सेक्टर म्युचुअल फंड निवेशकों को उन क्षेत्रों में निवेश करने का अवसर प्रदान करवाते हैं जिनके अंतर्गत बढ़ने की उच्च संभावना है । ये mutual funds आकर्षक रिटर्न प्रदान करते हैं लेकिन सामान्य तौर पर अगर निवेश का समय सटीक होता है। सेक्टर-विशिष्ट फंडों में निवेश का समय महत्वपूर्ण है। साथ ही, फंड से बाहर निकलना भी महत्वपूर्ण हो जाता है।
3. सेक्टर स्पेसिफिक फंड स्कीम क्या है?
Ans. एक प्रकार का mutual fund जो कि किसी विशेष क्षेत्र अथवा उद्योग में निवेश करते हैं, उन्हें क्षेत्र-विशिष्ट फंड कहा जाता है।
4. फंड कितने प्रकार के होते हैं?
Ans. फंड निम्न प्रकार के होते हैं :- इक्विटी फंड, बैलेंस फंड, इंडेक्स फंड, डेब्ट फंड, मनी मार्केट फंड, गिल्ड फंड तथा लिक्विड फंड।
5. सेक्टर फंड का उदाहरण क्या है?
Ans. उदाहरण :- जेपी मॉर्गन वित्तीय क्षेत्र में स्थित है जहाँ कि एप्पल प्रौद्योगिकी क्षेत्र में स्थित हैं।