शेयर मार्किट की शब्दावली (50 Words) – Share market terminology in hindi

Spread the love

5/5 - (1 vote)

शेयर मार्किट की शब्दावली – Share market terminology in hindi – 50 Words , Share Market Dictionary In Hindi,शेयर मार्केट में प्रयोग होने वाले शब्द,शेयर बाजार को प्रभावित करने वाले कारक |

शेयर बाजार में हर कोई निवेश करना चाहता है लेकिन शेयर मार्किट क्या है शेयर मार्किट में कैसे निवेश करें यह पता नहीं होने के वजह से Share Market में Invest नहीं कर पाते है Stock Market में निवेश करने से पहले Share Market Basic Knowledge होना बहुत जरूरी है।(Share Market Terminology In Hindi)

आज  आपको शेयर मार्किट की शब्दावली के बारे में बताने जा रहा हु मैं कुल 50 शब्दों के बारे में बताऊंगा जो शेयर मार्किट मे Daily Use होते है तो आइये जानते है Share Market Terminology In Hindi. 

शेयर मार्किट की शब्दावली - Share Market Terminology In Hindi
शेयर मार्किट की शब्दावली – Share Market Terminology In Hindi

शेयर मार्किट की शब्दावली हिंदी में – Share market terminology in hindi

  1. Share: जब एक कंपनी अपनी पूंजी को छोटे – छोटे हिस्सों में Divide कर देती है तो उस सबसे छोटे टुकड़े को जिसके और हिस्से नहीं हो सकते है उसे Share कहते है। 
  1. Dividend: जब भी किसी कंपनी को अतिरिक्त लाभ होता है तो उस लाभ का एक हिस्सा अपने शेयर धारकों में बांट देती है जिसे Dividend कहते है। 
  1. Bonus Share: कई बार कंपनी को Profit होने के बाद वह Dividend जारी नहीं करती है बल्कि कंपनी के ही कुछ Share शेयर धारको में बांट देती है लाभांश के बदले में जो Extra Share शेयर धारको में बांटे जाते है उन्हें Bonus Share कहते है।
  1. Stock Split: जब कोई Company अपने Share को तोड़कर उसे कई हिस्सों में विभाजित कर देती है उसे Stock Split कहते है उदाहरण के लिए मान लीजिए कोई शेयर है जिसकी कीमत 100 रुपये है और जिस कंपनी का वह शेयर है वह उसे 4 हिस्सों में तोड़कर 25-25 रुपये के 4 शेयर बना देती है इसी को ही स्टॉक स्प्लिट कहते है।  
  1. Bid Price: Bid Price किसी Share की वह Price है जिस पर कोई भी Buyer उस शेयर को खरीदने के लिए तैयार बैठा हो। 
  1. Ask Price: Ask Price किसी Share की वह Price है जिस पर कोई भी Seller उस शेयर को बेचने के लिए तैयार बैठा हो। 
  1. Spread: Bid Price और Ask Price के बीच के अंतर को स्प्रेड कहते है। 
  1. Stop loss: स्टॉप लॉस किसी शेयर का वह Price Point होता है जहां पर कोई Trader या Investor अपना Loss Book करके शेयर से निकलने के लिए तैयार बैठे हो। शेयर मार्केट में Loss को कंट्रोल करने के लिए Stop Loss लगाया जाता है। 
  1. Target: टारगेट किसी किसी शेयर का वह Price Point होता है जहां पर कोई ट्रेडर या इन्वेस्टर अपना Profit Book करके Share से Exit करने के लिए तैयार बैठे हो। 
  1. Volume: किसी कंपनी के शेयर में एक निश्चित समय अंतराल में 1 दिन, 1 महीना, 1 साल में कुल कितने शेयर्स की खरीदी और बिक्री की गयी उसे Volume कहते है। 
  1. Volatile: Shares के Price में जो Movement होता है उसे Volatility से नापते है अगर स्टॉक के प्राइस में कम मूवमेंट होती है तो मार्किट कम Volatile है और अगर स्टॉक के Price में ज्यादा Movement होती है तो मार्केट ज्यादा Volatile है।  
  1. Buy/Long: स्टॉक मार्किट में जब हम किसी Stock को Buy करते है तो उसे Buy करना या Long करना कहते है। 
  1. Sell/Short: स्टॉक मार्किट में जब हम किसी Stock को Sell करते है तो उसे Sell करना या Short करना कहते है। 
  1. Bull: जब लोग मार्केट को लेकर आशावादी होते है और Stocks की Price Increase हो रही हो तो उसे Bull Market कहते है।
  1. Bear: जब लोग मार्केट को लेकर निराशावादी होते है और Stocks की Price गिर रही हो तो उसे Bear Market कहते है।
  1. Broker: ब्रोकर Buyers और Sellers को मिलाने का काम करता है Broker के Platform का उपयोग करके खरीदने वाला स्टॉक्स खरीद पाता है और बेचने वाला स्टॉक्स को बेच पाता है। 
  1. Stock Exchange: स्टॉक एक्सचेंज वह जगह है जहां सभी कंपनिया Listed होती है सभी स्टॉक ब्रोकर Stock Exchange के Member होते है।  
  1. Trading Account: Stocks को Buy और Sell करने के लिए Trading Account जरूरी होता है ट्रेडिंग अकाउंट को किसी ब्रोकर के पास Open कराया जाता है।  

इन्हे भी पड़े: How To Open Share Market Trading And Demat Account

  1. Demat Account: ख़रीदे हुये Shares को रखने के लिए Demate Account जरूरी होता है डीमेट अकाउंट को किसी ब्रोकर के पास Open कराया जाता है।
  1. SEBI (Securities and Exchange Board of India): सेबी एक Government संस्था है जो Stock मार्किट को Regulate करती है। 
  1. RBI (Reserve Bank of India): RBI बैंकिंग सिस्टम को Regulate करती है। 
  1. NSE (National Stock Exchange): NSE भारत का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है जहां पर कंपनिया लिस्टेड है। 
  1. BSE (Bombay Stock Exchange): BSE भारत का दूसरा सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है जहां पर कंपनिया लिस्टेड है।
  1. Nifty: निफ़्टी 50 कंपनियों का समूह है यह NSE का प्रमुख Index है। 

इन्हे भी पड़े: निफ़्टी और सेंसेक्स क्या है

  1. Sensex: सेंसेक्स 30 कंपनियों का समूह है यह BSE का प्रमुख Index है।
  1. Trading: कम समय के अंतराल में Shares को Buy ओर Sell करना Trading कहलाता है ट्रेडिंग आम तोर पर वह लोग करते है जो जल्दी पैसा कमाने की सोच रखते है। 
  1. Margin: मार्जिन एक तरह का उधार होता है जो स्टॉक ब्रोकर प्रोवाइड करता है Margin का उपयोग कर शेयर को ख़रीदा और बेचा जाता है। 
  1. Scalping Trading: किसी शेयर को खरीद कर कुछ सेकेंड्स से लेकर कुछ मिनट तक रखकर बेच देना Scalping Trading कहलाता है। 
  1. Intraday Trading: किसी शेयर को खरीद कर एक दिन के अंदर या मार्किट बंद होने से पहले बेच देना इंट्राडे ट्रेडिंग कहते है। 
  1. BTST (Buy Today Sell Tomorrow) Trading: किसी शेयर को आज खरीद कर कल बेच देना BTST कहलाता है।  
  1. Swing Trading: किसी शेयर को आज खरीद कर एक  हफ्ते से लेकर एक महीना या दो महीने के अंदर बेच देना स्विंग ट्रेडिंग कहते है। 
  1. Positional Trading: Position Trading में किसी Share को कुछ महीनो से लेकर 1 साल के अंदर बेच दिया जाता है जिसे Positional Trading कहते है। 
  1. Indicator: शेयर्स के प्राइस की चाल को समझने के लिए मार्किट में बहुत सारे प्रोग्राम या सॉफ्टवेयर आते है जिसे इंडिकेटर कहते है। 
  1. Investing: 1 साल से लंबे समय के लिए किसी शेयर को Buy करके रखना ओर जब अच्छा प्रॉफिट हो रहा हो तो उसे Sell कर देना Investing कहलाता है। 
  1. Mutual Fund: म्यूच्यूअल फण्ड एक ऐसा फंड है जिसमे बहुत सारे लोग थोड़ा – थोड़ा कर पैसा डालते है और एक Expert जिसे बाजार की समझ हो उस पैसे को शेयर बाजार में निवेश करता है 
  1. Share Market: शेयर मार्किट वह मार्किट है जहां कंपनिया अपने शेयर्स बेच कर पैसा उठाती है जहां कंपनियों के शेयर्स को ख़रीदा और बेचा जाता है 
  1. Stock Market: जब हम शेयर मार्किट की बात कर रहे हो तो हम सिर्फ Equity की बात कर रहे होते है बल्कि स्टॉक मार्केट में Bonds, Debenture, Mutual Fund, Forex, Commodity, Derivatives, Shares सभी शामिल होते है। 
  1. Forex Market: Forex Market वह मार्किट है जहां Currency जैसे: रुपये, डॉलर, पॉन्ड, यूरो को ख़रीदा और बेचा जाता है। 
  1. Commodity Market: Commodity मार्किट वह मारकेट है जहा कमोडिटी जैसे: Gold, Silver, Crudeoil इत्यादि को ख़रीदा और बेचा जाता है 
  1. Market Cap: किसी कंपनी की कुल कीमत को Market Cap कहते है इसकी Calculation शेयर की Price में Total Number of Share की गुणा करके निकाली जाती है 

   ➣ मार्केट कैपिटलाइजेशन क्या है

  1. Large Cap/Blue Chip: भारतीय शेयर बाजार की 100 सबसे बड़ी Companies को Largecap या Blue चिप कंपनी कहते है। जिन Companies का Market Cap 20000 करोड़ से ज्यादा होता है वह Largecap कंपनी होती है।  
  1. Mid Cap: भारतीय शेयर बाजार की 101 नंबर की company से लेकर 500 नंबर तक की कम्पनी को मिडकैप कम्पनी कहते है।  जिन Companies का Market Cap 5000 करोड़ से 20000 करोड़ के बीच में होता है वह Midcap कंपनी होती है। 
  2. Small Cap: भारतीय शेयर बाजार की 501 नंबर की company से लेकर आगे तक की सभी कम्पनी को Small Cap या Micro Cap कम्पनी कहते है।  जिन Companies का Market Cap 5000 करोड़ से कम होता है वह Smallcap या Microcap कंपनी होती है।
  3. Insider Trading: किसी कंपनी के अंदर की जानकारी का पता लगा कर ट्रेडिंग करना Insider Trading कहते है इसे करना अवैध है। 
  1. Arbitrage: बहुत सारे share एक से ज्यादा स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट होते है और कई बार उनकी कीमत में बहुत बड़ा अंतर आ जाता है जिसका फायदा उठाकर ट्रेडिंग करना आर्बिट्राज कहलाता है।
  1. IPO (Initial Public Offering): जब कंपनी पहली बार Stock Market में अपने शेयर जारी करती है तो उस प्रक्रिया को IPO कहते है। 
  1. Bonds: जब कोई company या Government सीधे आम जनता से पैसे उधार लेते है तो उसके बदले में Bonds दिये जाते है Bonds एक Receipt की तरह होती है जिस पर लिखा होता है की हमने आपसे कितने पैसे उधार लिए है और कोनसी तारीख को वो पैसे पुरे Interest के साथ चुका दिए जायेंगे। 
  1. Debenture: डिबेंचर भी Bonds की तरह होते है जिनके बदले में Market से पैसे उठाये जाते है लेकिन यह Bonds जितने सुरक्षित नहीं होते है।
  1. Portfolio: आपने कौन-कौन से Shares और Mutual Fund खरीद रखे है उसके Collection को पोर्टफोलियो कहते है।  
  1. Multibagger: जब भी कोई शेयर बहुत ही अच्छा लाभ कमा कर देता है और वह शेयर पैसे को बहुत गुना कर देता है तो उस लाभ को Multibagger Return कहते है।(Share Market Terminology In Hindi) 

तो दोस्तों उम्मीद है की अब आपको शेयर मार्किट की शब्दावली से जुड़ी पूरी जानकारी मिल चुकी होगी, अगर आपको नही पता की share market क्या होता है तो आप शेयर मार्केट क्या है (What Is Share Market In Hindi का यह पोस्ट पढ़ सकते हो।


Spread the love

Leave a Comment