Sip Vs Lump Sum किस्में निवेश करना चाहिये ?

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Sip Vs Lump Sum किस्में निवेश करना चाहिये?

SIP Vs Lump Sum Investing? Which Is Better? In Hindi 

Lump Sum vs Sip: अगर आप Mutual Fund में निवेश करना चाहते है तो आपके दिमाग में एक सवाल जरूर आया होगा की SIP Investment के जरिये Mutual Fund में निवेश करें? या Lump Sum Investment के जरिये Mutual Fund में निवेश करें?

आज में आपको बताऊंगा की आपके लिये SIP सही रहेगा या Lump Sum Investing, लेकिन उससे पहले हम संक्षिप्त में यह जान लेते है कि Sip or Lump Sum क्या होता है। Sip का अर्थ होता है हर महीने एक निश्चित राशि Mutual Fund में निवेश करना और वही Lump Sum का अर्थ होता है कि एक बार में बहुत सारा पैसा Mutual Fund में इन्वेस्ट कर देना। 

SIP or Lump Sum क्या होता है इस पर Detail में 2 अलग – अलग पोस्ट लिखी है जिसे आप निचे दिये गये लिंक पर क्लिक करके पढ़ सकते है।

> SIP क्या है ?

> Lump Sum क्या है ?

Sip vs One Time Investment in Mutual Fund

Difference Between Sip VS Lump Sum Investing

SIP में निवेशक हर महीने या तीन महीने के अंतराल में लगातार कई सालो तक म्यूच्यूअल फंड में निवेश करता है और वहीं Lump Sum में निवेशक एक बार में ही बहुत बड़ी रकम आने वाले कई सालों के लिये निवेश कर देता है। 

SIP में हर महीने Mutual Fund की Units खरीदी जाती है मार्किट चाहे ऊपर हो या नीचे, जिससे Sip से मिलने वाला Return स्टॉक मार्किट का Average रिटर्न होता है। Lump Sum में जब मार्किट गिरा हुआ हो और सस्ते दाम पर मिल रहा हो तब उसमें निवेश किया जाता है जिससे रिटर्न ज्यादा मिलने की संभावना होती है।

Lump Sum Investment करने के फायदे (Lump Sum Investment Benefits In Hindi) 

Mutual Fund Lump Sum Investment में कब और किस लेवल पर निवेश करना है यह ज्यादा महत्वपूर्ण होता है जब मार्किट लगातार अपट्रेंड में हो तो लम्प सम इन्वेस्टमेंट फायदेमंद होता है। 

लम्प सम निवेश में सिप की तुलना में Power of Compounding का अधिक लाभ मिलता है अगर आप एक बार में बड़ी रकम को स्टॉक मार्किट में 10 – 20 साल के लिए निवेश करना चाहते है तो Lump Sum Investment करना सही रहेगा। 

SIP Investment करने के फायदे (SIP Investment Benefits In Hindi) 

Sip बचत करने का सबसे सरल तरीका है और Sip (सिप) के जरिये बचत करने पर आपको FD, PPF, RD की तुलना में ज्यादा रिटर्न मिलता है।

जब मार्किट लगातार डाउन ट्रेंड में हो या कभी अप कभी डाउन ट्रेंड में हो तो SIP करना फायदेमंद होता है क्योंकि ऐसे मार्किट में सिप के माध्यम से निवेश करने पर Rupee Cost Averaging का फायदा मिलता और आप Lump Sum की तुलना में ज्यादा यूनिट्स खरीद सकते है।

SIP को कभी भी शुरू किया जा सकता है इसमें मार्किट को Time नहीं करना पड़ता है। 

अगर आप बचत करने की आदत डालना चाहते है और 4 – 5 साल से कम समय के लिये निवेश करना चाहते है तो Sip Investment आपके लिये सही रहेगा।

Conclusion: 

अगर आपके पास स्टॉक मार्किट और म्यूच्यूअल फंड्स की अच्छी जानकारी है और एक बड़ी रकम निवेश के लिये पड़ी है तो आप Lump Sum निवेश से ज्यादा मुनाफा कमा सकते है लेकिन अगर आप ज्यादा Risk नहीं लेना चाहते है हर महीने थोड़ी – थोड़ी राशि निवेश करना चाहते है और एवरेज रिटर्न से खुश है तो आप Sip को चुनिये। 

Lump Sum or Sip निवेश का कोई भी तरीका हो एक सही Mutual Fund का चुनना जरूरी है अगर आपने एक गलत म्यूच्यूअल फंड में निवेश किया है तो SIP करो या Lump Sum नुकसान ही होगा इसलिये पूरी रिसर्च और एनालिसिस के साथ ही Mutual Fund में निवेश करें। 

मैं उम्मीद करता हु आपको मेरा यह आर्टिकल Sip Vs Lump Sum किस्में निवेश करना चाहिये? पढ़ कर अच्छा लगा होगा और Lump Sum or Sip के प्रति आपकी जानकारी बढ़ी होगी अगर अभी भी आपका कोई सवाल है Sip or Lump Sum Which Is Better In Hindi से रिलेटेड तो कमेंट करके पूछ सकते है। 


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