ट्रेडिंग की शब्दावली – Trading Terminology In Hindi – 50 Words

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ट्रेडिंग की शब्दावली ,Trading Terminology In Hindi – Share Market Trading Dictionary In Hindi: नमस्कार दोस्तों अगर आप ट्रेडिंग करना चाहते है या ट्रेडिंग करते है तो आज मैं आपके लिए एक Post लिख रहा हु जिसमें मैं Stock Market Trading में Daily उपयोग होने वाले 50 Words के बारे में बताऊंगा। 
 
इससे पहले भी मैंने एक Post लिखी थी शेयर मार्किट की शब्दावली – Share Market Dictionary – 50 Words जिसमे मैंने Share Market For beginners के लिए 50 Words के बारे में बताया था अगर आपने अब तक वो Post नहीं  पढ़ी है तो Stock Market Basic Knowledge के लिए वो पोस्ट जरूर पढ़े। 

Trading Terminology In Hindi

ट्रेडिंग की शब्दावली हिंदी में
ट्रेडिंग की शब्दावली हिंदी में

ट्रेडिंग की शब्दावली हिंदी में – Trading Terminology in Hindi


1. Trading: कम समय अंतराल के लिए शेयर्स को खरीद कर बेचने को ट्रेडिंग कहते है ट्रेडिंग में स्टॉक मार्किट में दिन-प्रतिदिन जो छोटे-बड़े उछाल आते है उनका फायदा उठाया जाता है।  
 
2. Open: शेयर मार्किट Open होने के बाद किसी शेयर की वो पहली Price जिस पर Buy और Sell होता है उसे Opening Price कहते है। 
 
3. Closeस्टॉक मार्किट बंद होने से ठीक पहले किसी शेयर की वो आखिरी Price जिस पर Buy और Sell होता है उसे Closing Price कहते है। 
 
4. LowStock Market खुलने से लेकर बंद होने के बीच में किसी शेयर के Price का वह Price Point जिसके नीचे वह शेयर नहीं गया हो उसे 24 Hour Low कहते है।   
 
5. High: Stock Market खुलने से लेकर बंद होने के बीच में किसी शेयर के Price का वह Price Point जिसके ऊपर  वह शेयर नहीं गया हो उसे 24 Hour High कहते है।  
 
6. ExpiryDerivatives मार्किट के अंदर Expiry किसी Contract की वह आखिरी तारीख होती है जिस दिन तक वह Contract वैध रहता है उसे बाद एक नया Contract Issue होता है आम तौर पर Expiry किसी महीने की आखिरी गुरूवार को होती है। 
 
7. Lower Circuitलोअर सर्किट किसी शेयर की वह Price Range होती है जिसके नीचे वह शेयर नहीं जा सकता है 
 
8. Upper Circuitवही अपर सर्किट किसी शेयर की वह Price Range होती है जिसके ऊपर वह शेयर नहीं जा सकता है
 
9. Circuit Breakerअगर कोई शेयर अपर या लोअर सर्किट की Price Range हो हिट करता है तो इसे Circuit Breaker कहा जाता है सर्किट ब्रेक होने पर उस दिन के लिए उस शेयर में ट्रेडिंग नहीं होती है और यह Price Range SEBI और Stock Exchange तय करते है।  
 
10. Rallyजब कोई शेयर बहुत ही कम समय में एक सीधी बढ़त (Price Increase) दिखाता है तो उसे Rally कहते है 
 
11. Lotडेरिवेटिव्स मार्किट में अपनी मर्जी के मुताबिक Number of Share खरीद नहीं सकते है बल्कि एक पहले से निर्धारित Quantity के Multiple में ही Buy या Sell कर सकते है जिसे Lot Size कहते है। 
 
12. Tickकिसी स्टॉक के Price में जो Minimum Change होता है उसे Tick कहते है। 
 
13. Contract Noteपुरे दिन स्टॉक मार्किट में जो Trade लिए जाते है दिन के अंत में ब्रोकर उसका एक Contract Note बनाकर इ-मेल पर भेजता है कॉन्ट्रैक्ट नोट में पूरी जानकारी होती है कि पुरे दिन में क्या – क्या ख़रीदा और बेचा गया है। 
 
14. Risk To Rewardट्रेडिंग में रिस्क टू रिवॉर्ड रेश्यो का बहुत महत्व है इसका सीधा सा मतलब यह है की एक निश्चित प्रॉफिट कमाने के लिए आप अपनी राशि का कितने प्रतिशत जोखिम ले रहे है Risk To Reward आम तौर पर 1:2 होता है जिसका अर्थ यह है की 2 रुपये कमाने के लिए 1 रुपये का Risk लेना। 
 
15. Money ManagementShare Market में नुकसान से बचने के लिए मनी मैनेजमेंट करना जरूरी है मनी मैनेजमेंट में किस शेयर में कितना निवेश करना है, कहाँ निवेश करना है, कितना Cash अपने पास रखना है जैसी बातो को ध्यान में रखा जाता है। Risk To Reward Ratio भी मनी मैनेजमेंट का एक हिस्सा होता है  
 
16. Realised Profit/Lossयह वह प्रॉफिट या लॉस होता है जो हो चुका है उदाहरण के लिए मान लीजिये आपने कोई शेयर ख़रीदा और एक महीने बाद उस शेयर को बेच दिया तो अब आपको जो भी प्रॉफिट या लॉस हुआ है वह Realised Profit या Loss है 
 
17. Unrealised Profitयह वह प्रॉफिट या लॉस होता है जो On Paper है यानि अभी तक हुआ नहीं है उदाहरण के लिए मान लीजिये आपने कोई शेयर ख़रीदा और आपने यह निर्णय लिया की आप इसे एक महीने बाद बेचेंगे तो अब एक महीने तक जो भी Price में बदलाव हुआ है जिसे अभी तक बूक नहीं किया है वह Unrealised Profit या Loss है 
 
18. Gap up/ Gap Downकभी-कभी कोई शेयर पिछली Closing Price की तुलना में Gap up या Gap Down Open होता है  
 
19. HedgingHedging एक Strategy है जिससे स्टॉक मार्किट में Loss को सिमित या कम किया जाता है। 
 
20. Marginमार्जिन ब्रोकर द्वारा दिया जाने वाला एक उधार होता है जिससे शेयर्स को ख़रीदा और बेचा जाता है। 
 
21. Initial Marginब्रोकर 100% मार्जिन प्रोवाइड नहीं करता है कुछ पैसे ट्रेडर को अपनी तरफ से भी लगाने होते है जिसे Initial Margin कहते है। 
 
22. Margin Callजब किसी ट्रेडर का Initial Margin लॉस में चला जाये तो ब्रोकर ट्रेडर को और पैसे Add करने के लिए एक Reminder भेजता है जिसे Margin Call कहते है।  
 
23. LiquidateMargin Call भेजे जाने के बाद भी अगर ट्रेडर अपने ट्रेड के लिए और पैसे Add नहीं करता है तो ब्रोकर उस ट्रेड को Liquidate कर देता है जिसका अर्थ यह हुआ की जो भी पैसे Initial Margin के लिए Add किये थे वह पैसे पूरी तरह से डूब जाते है। 
 
24. Limit Orderलिमिट ऑर्डर में ट्रेडर किसी शेयर को खरीदने के लिए अपनी मर्जी से कोई भी प्राइस डाल सकता है। 
 
25. Market Orderमार्किट आर्डर में जो प्राइस अभी मार्किट में चल रही है उसी पर ही शेयर को ख़रीदा और बेचा जाता है। 
 
26. Open Orderजब भी किसी शेयर को Buy या Sell करने के लिए Order Place करते है जब तक वह Order Hit नहीं हो जाता या ट्रेडर उसे खुद Cancel न कर दे ऐसे आर्डर को Open Order कहते है।    
 
27. Order BookOrder Book एक List of Orders होती है जिसे Trader Place करते है आर्डर बुक दो हिस्सों में विभाजित होती है जिसके एक हिस्से को Buy Side Order Book और दूसरे हिस्से को Sell Side Order Book कहते है। 
 
28. Good Till Cancel Orderये वे आर्डर होते है जो तब तक मार्किट में Active रहते है जब तक ट्रेडर उस ट्रेड को खुद कैंसिल न करदे। 
 
29. Open Interest (Open Position)Open Interest वो Numbers of Positions होती है जो अब तक मार्किट में Open है आसान भाषा में अगर आपने ट्रेडिंग के लिए कुछ शेयर ख़रीदे है लेकिन अब तक उन्हें बेचा नहीं है तो वह ट्रेड Open Interest में गिना जायेगा। 
 
30. Trendजब कोई शेयर लगातार किसी एक दिशा में बढ़ या गिर रहा हो तो उसे ट्रेंड कहते है। 
 
31. Supportजब भी कोई स्टॉक नीचे गिर रहा हो तो कुछ Price Point ऐसे होते है जिन पर वह स्टॉक रुकता है और मार्किट यह निर्धारित करता है की अब उस स्टॉक को और गिरना है या रुक जाना है किसी स्टॉक के Support को उसके चार्ट को देखकर पता लगाया जा सकता है। 
 
32. Resistanceजब भी कोई स्टॉक ऊपर की तरफ बढ़ रहा हो तो कुछ Price Point ऐसे होते है जिन पर वह स्टॉक रुकता है और मार्किट यह निर्धारित करता है की अब उस स्टॉक को और ऊपर की तरफ बढ़ना है या रुक जाना है किसी स्टॉक के Resistance को उसके चार्ट को देखकर पता लगाया जा सकता है। 
 
33. Candlestick/Heikin AshiCandlestick और Heikin Ashi चार्ट्स के टाइप है चार्ट्स किसी स्टॉक के मूवमेंट को दिखाते है। 
 
34. Indicatorइंडिकेटर एक तरह का प्रोग्राम या सॉफ्टवेयर होता है जो किसी Share की Price या Volume के Past को देखकर यह एनालिसिस करता है की Future में शेयर का ट्रेंड क्या होगा। 
 
35. RSI, MACDRSI, MACD शेयर बाजार के सबसे फेमस इंडिकेटर है जिनसे ट्रेडर किसी Share का एनालिसिस करते है। 
 
36. Moving Averageकिसी शेयर प्राइस के एक निश्चित समयावधि के एवरेज को Moving Average कहते है जैसे: 10 दिन  के एवरेज का मतलब यह है की पिछले 10 दिन में वह शेयर कितना बढ़ा और घटा है उसका एवरेज।  
 
37. Future TradingFuture में किसी स्टॉक के बढ़ने या घटने का अनुमान लगाकर वर्तमान में ही भविष्य की किसी तारीख पर खरीदने या बेचने का अनुबंध करना Future Trading कहते है। 
 
38. Option TradingFuture में किसी स्टॉक के बढ़ने या घटने का अनुमान लगाकर वर्तमान में ही एक छोटी सी राशि का भुगतान कर देना और यह अनुबंध करना की भविष्य की किसी तारीख पर माल खरीद भी सकते है और नहीं भी इसे ऑप्शन ट्रेडिंग कहते है। 
 
39. LTPLTP किसी स्टॉक की वह आखिरी प्राइस होती है जिस पर ट्रेड लिया गया हो LTP को Last Traded Price कहते है। 
 
40. IndicesIndex शेयर बाजार के मूवमेंट को Measure करने के काम आता है भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख इंडैक्स Nifty, Sensex और Bank Nifty है। 
 
41. Pre Opening SectionShare Market ओपन होने से पहले 15 मिनट पहले Pre Opening Section होता है यह Section 9 AM से 9:15 AM तक होता है। 
 
42. Block Dealजब एक बार में 5 लाख शेयर या 5 करोड़ रुपये से ज्यादा की खरीदी या बिर्की होती है उसे ब्लॉक डील कहते है। 
 
43. Bulk Dealजब किसी कंपनी के कुल शेयर का .5% से ज्यादा शेयर खरीदी या बिक्री एक बार में होती है उसे बल्क डील कहते है।  
 
44. Top Gainerजब कोई शेयर अपनी केटेगरी के बाकि शेयर्स से अच्छा Perform करता है तो उसे उस केटेगरी का Top Gainer कहते है। 
 
45. Top Looserजब कोई शेयर अपनी केटेगरी के बाकि शेयर्स से बेकार Perform करता है तो उसे उस केटेगरी का Top Looser कहते है।
 
46. 52 Week High Lowकिसी शेयर का 52 Week यानि 365 दिनों के समय अंतराल में क्या High या Low रहा उसे 52 Week High या 52 Week Low कहते है।  
 
47. Speculatorस्टॉक मार्केट में बिना किसी Analysis के सिर्फ अनुमान लगाकर खरीदने या बेचने वाले को स्पेक्युलेटर कहते है। 
 
48. Breakoutबहुत दिनों तक एक रेंज में ट्रेंड करने वाले शेयर जब उस रेंज तो तोड़कर ऊपर की तरफ या नीचे की तरफ जाना शुरू करते है तो उसे Range Breakout कहते है। 
 
49. Short Coveringजब किसी शेयर को मार्किट के द्वारा बहुत ज्यादा Sell कर दिया जाता है तो अपनी Sell पोजीशन बंद करने के लिए उस शेयर को खरीदना होता है ऐसे में उस शेयर में एक छोटी सी रैली आती है जिससे उस शेयर की कीमत बढ़ जाती है जिसे Short Covering कहते है लेकिन ये बढ़त कुछ देर के लिए ही होती है। 
 
50. Long Unwindingजब किसी शेयर को मार्किट के द्वारा बहुत ज्यादा Buy कर लिया जाता है तो अपनी Buy पोजीशन बंद करने के लिए उस शेयर को बेचना होता है ऐसे में उस शेयर की कीमत कम हो जाती है जिसे Long Unwinding कहते है


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  • उम्मीद करता हूं आपको मेरी ये पोस्ट ट्रेडिंग की शब्दावली हिन्दी – Trading Terminology In Hindi – 50 Words पसंद आयी होगी अगर अभी भी आपका कोई सवाल है Share Market Related Terms-Trading Glossary से जुड़ा हुआ तो आप कमेंट करके पूछ सकते है। 

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