ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है  – 10 Types Of Stock Trading In HIndi

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ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है  – 10 Types Of Trading In HIndi :हेलो दोस्तों अगर आप इस आर्टिकल पर आए हो तो आप एक ट्रेडर होगे या   बनने  की चाह रखते होंगे  ट्रेडिंग का सीधा सा मतलब होता है कि किसी भी वस्तु का आदान-प्रदान  अर्थात जब हम किसी वस्तु को कम रुपए में लेकर उसे  मुनाफे पर कम समय में  बेचते है तो उसे ट्रेडिंग कहते हैं

ट्रेडिंग के बहुत सारे प्रकार होते हैं उनमें से हम कुछ इस आर्टिकल में वर्णन करने वाले हैं चलिए शुरू करते हैं इस आर्टिकल को आपका स्वागत है sharemarketlive.co  वेबसाइट पर


एक बार यह Decision ले लिया की शेयर मार्किट में ट्रेडिंग करनी है उसके बाद सबसे बड़ा डिसिशन यही है की कौनसी Types Of Share Trading करनी है 
 
Stock Market में Trading करने के बहुत सारे Style मौजूद होते है कोई सा भी ट्रेडिंग स्टाइल बहुत ज्यादा अच्छा या बुरा नहीं होता है बल्कि आपकी मार्किट से उम्मीदे और जोख़िम लेने की क्षमता के अनुसार कोई Share Trading Type आपके लिए सही या गलत हो सकता है 
 
एक अच्छा ट्रेडिंग स्टाइल चुनने के लिए आपको आपके Emotion, Psychology का एनालिसिस करना होगा यह जानने के लिए की कोनसा ट्रेडिंग स्टाइल आपके लिए अच्छा है
 
जब भी आप Stock Market में Enter करें तो सभी Types Of Trading को Try करके जरूर देखें और उसके बाद यह Analysis करिये की कौनसे Trading Type में Success Rate अच्छा है जिस ट्रेडिंग स्टाइल पर पूरा विश्वास हो की आप उसे सही तरह से कर सकते है उसी Trading Type को चुनिये। 

 ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है  – 10 Types Of Stock Trading In HIndi

1. Scalping Trading

 Scalping Trading के अंदर किसी शेयर को कुछ सेकंड से लेकर कुछ मिनटों में बेच दिया जाता है इसमें मार्किट में जो छोटे-छोटे मूवमेंट आते है उनका फायदा उठाया जाता है और मार्केट के बंद होने तक बहुत सारे ट्रेड किये जाते है। 
 
उदाहरण: मान लीजिये कोई शेयर है जिसकी Current Price 100 रुपये है और उसके 10000 शेयर आपने खरीद रखे है अब जैसे ही वो शेयर 100 रुपये से बढ़ कर 100.50 पैसे हो जाता है तो आप वह 10000 शेयर बेच देते है तो इससे आपको 5000 रुपये का प्रॉफिट होगा इसे ही Scalping Trading कहते है  
 

2. Spread Trading

 कई बार एक ही स्टॉक के 2 कॉन्ट्रैक्ट की Best Buy Price और Best Sell Price में बहुत बड़ा अंतर आ जाता है और इसी अंतर का फायदा उठाकर ट्रेडिंग करने को Spread Trading कहते है स्प्रेड ट्रेडिंग मुख्य रूप से Future Contract में की जाती है 
 
उदाहरण: मान लीजिये कोई शेयर है जिसके फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट की Current Month की Price 100 रुपये है और Next Month की Price 102 रुपये है तो ऐसे में Current Month में 10000 शेयर Buy कर लिए जाये और Next Month में 10000 शेयर Sell कर दिए जाये तो End of The Month जब दोनों कॉन्ट्रैक्ट में स्प्रेड कम होगा तो 10000 शेयर पर प्रति शेयर 2 रुपये तक कमाये जा सकते है जिसका अर्थ है की 20000 रुपये तक कमाये जा सकते है।     

3. Intraday (day trading)

 Intraday Trading के अंदर शेयर को कुछ घंटो तक रखकर या मार्किट बंद होने से पहले बेच दिया जाता है इसमें एक ट्रेडिंग डे के अंदर जो मूवमेंट आते है उनका फायदा उठाया जाता है
 
उदाहरण: मान लीजिये कोई शेयर है जिसकी कीमत 100 रुपये है और आपने उस शेयर को Intraday के लिए ख़रीदा हो अब मार्किट बंद होने से पहले उस शेयर का जो भी प्राइस हो आपको प्रॉफिट हो रहा हो या लोस्स बुक करके निकलना ही होगा इसे इंट्राडे ट्रेडिंग कहते है। 

4. Arbitrage Trading

बहुत सारे शेयर ऐसे होते है जो एक से ज्यादा स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड होते है और कई बार उनके प्राइस में अंतर आ जाता है उसका फायदा उठाकर ट्रेडिंग करना आर्बिट्राज ट्रेडिंग कहलाता है।

उदाहरण: मान लीजिये कोई शेयर है जो NSE और BSE दोनों पर लिस्टेड है ऐसे में दोनों की प्राइस में अगर Difference आता है तो एक तरफ खरीद कर दूसरी तरफ बेच देना और जब अंतर कम हो जाये तो दोनों पोजीशन को Square Off कर देना इसे ही आर्बिट्राज ट्रेडिंग कहते है। 

5. Btst (Buy Today Sell Tomorrow) Trading

आज ख़रीदे हुये शेयर को कल बेच देने को BTST (Buy Today Sell Tomorrow) ट्रेडिंग कहते है कई बार कोई स्टॉक आज जिस Price पर Close हुआ है अगले दिन उससे ज्यादा या कम में Open होता है इसका फायदा उठाने को BTST ट्रेडिंग कहते है 

उदाहरण: मान लीजिये कोई शेयर है जो आज 10% गिर चूका है अब अगर आपको यह लगता है की कल ये शेयर और गिरेगा या ये शेयर बहुत गिर चूका है कल ये थोड़ा ऊपर जायेगा इस आधार पर अगर आज शेयर को buy करते है कल Sell करने के लिए इसे ही BTST Trading कहते है

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6. Momentum Trading

किसी निश्चित दिन पर जब शेयर में ब्रेकआउट होता है तो उस Breakout पर Trading करना Momentum Trading कहते है ब्रेकआउट कई प्रकार के हो सकते है जैसे: Price Breakout, Volume Breakout, Chart Pattern Breakout etc. 

उदाहरण: मान लीजिये कोई शेयर है जो पिछले 1 महीने से 100 रुपये से 102 रुपये के बीच में ट्रेड कर रहा है और 1 महीने बाद वह शेयर 102.5 चला जाता है तो यह माना जाता है की शेयर ने अपना Breakout दे दिया है सामान्यतः शेयर जिस दिशा में ब्रेकआउट देता है उसी दिशा में थोड़ा और आगे बढ़ता है।

 

7. Swing Trading 

जब शेयर्स को कुछ दिनों से लेकर कुछ हफ्तों तक रखकर Sell कर दिया जाता है तो इसे स्विंग ट्रेडिंग कहते है
 
उदाहरण: मान लीजिये कोई शेयर है जो अभी 100 रुपये पर चल रहा है और शेयर ने आज ही ब्रेकआउट दिया है तो अब आने वाले 1 से 2 हफ्ते जो शेयर का मूवमेंट होगा उसका फायदा उठाकर पैसे कमाना स्विंग ट्रेडिंग कहलाता है।  
 

8. Positional Trading

Positional Trading के अंदर किसी शेयर को कुछ हफ्तों से लेकर कुछ महीनों या एक साल के अंदर बेच दिया जाता है तो इसे पोज़िशनल ट्रेडिंग कहते है इसमें Stock Price के अंदर जो लम्बा मूवमेंट आता है उसका फायदा उठाकर Profit कमाया जाता है। 

उदाहरण: मान लीजिये कोई शेयर है जिसका करंट प्राइस 100 रुपये है आपने कंपनी का फंडामेंटल और टेक्निकल एनालिसिस किया और आपको लगा की ये शेयर आने वाले 8 से 10 महीनों में 120 रुपये जा सकता है और शेयर Buy कर लिया और 10 महीने बाद बेच दिया इसे ही पोज़िशनल ट्रेडिंग कहते है। 

9. Algo Trading

Algo Trading एक खास तरह की ट्रेडिंग होती है जिसमें कंप्यूटर प्रोग्राम आपके आदेश पर ट्रेड करता है कोनसे लेवल पर खरीदना है और कोनसे लेवल पर बेचना यह सब decision Algo Trading Software अपने आप ले लेता है बस शुरुआत में एक बार उसे Instruction देनी होती है। 

10. News or Event Trading

शेयर मार्किट में न्यूज़ या इवेंट की वजह से शेयर की प्राइस में जो मूवमेंट आती है उसका फायदा उठाकर ट्रेडिंग करने को News or Event Trading  कहते है

उदाहरण: मान लीजिये कोई शेयर है जिसके Quarterly Result घोषित होने वाले है अगर रिजल्ट अच्छे आये तो शेयर ऊपर जायेगा और अगर रिजल्ट ख़राब आये तो शेयर निचे की तरफ जाना तय है इसी आधार पर अपना ट्रेड करने को News और Event Trading कहते है।

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Conclusion : ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है  

 
अगर कोई ट्रेडर स्टॉक मार्किट में बहुत ज्यादा एक्टिव है तो वह एक से ज्यादा Trading Style का उपयोग कर अपनी अलग – अलग Trading Strategy बना कर Trade कर सकता है लेकिन आम तौर पर ट्रेडर किसी एक Stock Trading Type में महारत हासिल कर ट्रेडिंग करना पसंद करते है और यही मार्किट में सही भी माना जाता है  
 
बार – बार अपनी Share Trading Style चेंज करना सिर्फ समय की बर्बादी है अगर आप Stock Market Beginners है तो सभी Trading Type को सीखें और Try करें लेकिन लम्बे समय में केवल एक ही प्रकार की ट्रेडिंग का उपयोग करें लगातार सीखते रहे और अपनी Trading Skills को Improve करते रहे। 

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